बस्तर में फर्जी जाति प्रमाण पत्र वाले शिक्षकों की सेवा समाप्त, डीईओ ने आदेश किया जारी
Fake Caste Certificate In Bastar बस्तर में फर्जी शिक्षकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है. छानबीन समिति ने शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच की.जिसमें दो शिक्षकों के जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए.इस आधार पर शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है.
फर्जी जाति प्रमाण पत्र वाले शिक्षकों की सेवा समाप्त
जगदलपुर : बस्तर एक आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है. बस्तर में नौकरी पाने के लिए आदिवासियों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है. कई बार बस्तर में नौकरी के और आउटसोर्सिंग बंद करने की मांग को लेकर आदिवासियों ने आंदोलन भी किया है. इसी का नतीजा है कि बस्तर जिले में फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में कार्रवाई हुई है. शिक्षा विभाग ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में कार्रवाई करते हुए 2 शिक्षकों की सेवा समाप्ति की है.
फर्जी जाति प्रमाण पत्र वाले शिक्षकों की सेवा समाप्त
दो शिक्षकों के जाति प्रमाण पत्र फर्जी : जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने बताया कि बस्तर जिले में छानबीन जांच समिति ने शिक्षा विभाग में तैनात कर्मचारियों के दस्तावेजों की जांच की जा रहा है. जिसमें दो शिक्षकों के जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए.
''छानबीन जांच समिति ने बड़े मुरमा हायर सेकंडरी में व्याख्याता के पद पर तैनात चंद्रकांत प्रसाद और कलचा हायर सेकंडरी स्कूल में के कांति प्रसाद के दस्तावेजों की जांच की. जिसमें जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. जिसके बाद शासन के निर्देश के अनुसार दोनों के सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया गया है.'' भारती प्रधान, जिलाशिक्षाधिकारी
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई :आपको बता दें कि इससे पहले भी सचिवालय स्तर पर कुछ माह पहले बस्तर जिले के बास्तानार ब्लॉक में तैनात एक शिक्षक की सेवा समाप्ति की गई थी. इसके अलावा भारती प्रधान ने बताया कि बस्तर जिले में अन्य शिक्षकों के खिलाफ छानबीन जांच समिति दस्तावेजों का जांच कर रही है.