जगदलपुर: बस्तर में आज नक्सVलियों ने दंडकारण्य बंद का एलान किया है. नक्सलियों के इस बंद का असर बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है. रेल प्रशासन ने भी सुरक्षा के लिहाज से किरंदुल से विशाखापट्टनम तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन के परिचालन में भी रोक लगा दी है. साथ ही लौह अयस्क लेकर विशाखापट्नम जाने वाली मालगाड़ी के रात्रि परिचालन के दौरान ट्रेन की गति धीमी करने का निर्णय लिया है.
नक्सली अपने बंद के दौरान हमेशा से ही K.K. रेल मार्ग को अपना निशाना बनाते आए हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन ने पहले ही सतर्कता बरतते हुए यह फैसला लिया है. इसके अलावा अंदरूनी इलाकों में चलने वाले छोटे सवारी वाहनों की भी आवाजाही भी नक्सली बंद के चलते प्रभावित हुई है. जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के दरभा डिवीजन के सचिव साईनाथ ने पुलिसिया कार्रवाई और कांग्रेस सरकार पर आरोपों की बौछार करते हुए दो पन्ने का प्रेस नोट जारी कर 18 मई यानी कि शनिवार को बंद का ऐलान किया है.
कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना
नक्सलियों ने अपने प्रेस नोट में मुख्य रूप से कांग्रेस सरकार को भाजपा की तरह ही आदिवासियों के शोषण की सरकार बताया है और बैलाडीला की 13 नंबर डिपॉजिट और नगरनार के विनीवेशीकरण का आरोप लगाते हुए इसे अडानी को सौंपने की बात लिखी है.