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Job Fraud In Bhilai: रिसाली निगम में नौकरी लगाने का झांसा, 10 लाख से अधिक रुपये की ठगी का आरोपी गिरफ्तार

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Published : Sep 21, 2022, 10:05 AM IST

भिलाई के नेवाई थाना क्षेत्र

भिलाई के नेवाई थाना क्षेत्र ((Newai police station area of ​​Bhilai) में आरोपी युवक ने बेरोजगारों से रिसाली निगम (Risali Municipal Corporation) में नौकरी लगाने के नाम पर 10 लाख से अधिक ठगी की है. शिकायकर्ता के रिपोर्ट पर नेवई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है.

दुर्ग:भिलाई के नेवई थाना क्षेत्र (Newai police station area of ​​Bhilai) में नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों से आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ पुलिस ने धारा 420 के तहत केस दर्ज किया है. नेवई थाना प्रभारी ममता अली शर्मा (Newai police station in-charge Mamta Ali Sharma) ने बताया कि नेवई पुरषोत्तम मेश्राम ने शिकायत किया था कि साथी अरुण कुमार साहू, पीयूष हिरवानी, यशवंत साहू, पूजा मेश्राम, कंचन रामटेके, सुमित मेश्राम को रिसाली निगम में विभिन्न पदों पर भर्ती कराने का वादा किया था.

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रिसाली नगर निगम (Risali Municipal Corporation) में नौकरी लगाने के नाम पर बजरंगपारा स्टेशन मरोदा नेवई निवासी करण चंद्राकर ने पीड़ितों से कुल 10 लाख 50 हजार रुपए लिया. नौकरी नहीं लगने पर पीड़ितों ने रुपए लौटाने की मांग की, लेकिन लॉकडाउन का बहाना बताकर रुपए अब तक नहीं लौटाया है. आरोपी खुद को सुपेला निगम कर्मी बताकर झांसा दिया. परेशान पीड़ितों ने घटना की शिकायत नेवई पुलिस थाने में दर्ज किया. आरोपी को पुलिस ने तुरंत ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया.

रिसाली नगर निमग में नौकरी लगाने की ठगी: रिसाली नगर निमग में विभिन्न पदों पर नौकरी लगाने का झांसा देकर 10 लाख 50 हजार रुपए की ठगी करने वाले आरोपी मरोदा निवासी करण चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज कार्रवाई की. नेवई टीआई ममता शर्मा अली ने बताया कि 20 सितबंर को प्रार्थी सुपेला कृष्णा नगर निवासी पुरुषोत्तम मेश्राम ने अपने सात साथियों के साथ मिलकर शिकायत की.

मामले की जांच शुरु: मरोदा बजरंगपारा निवासी करण चंद्राकर ने रिसाली नगर निगम के विभिन्न पदों पर नौकरी लगाने का झांसा दिया. उसे कहा कि मंत्री से उसकी अच्छी पहचान है. सभी की नौकरी बहुत आसानी से लगा देगा. उक्त बेराजगार उसके झांसे में आकर अलग-अलग कुल 10 लाख 50 हजार रुपए उसे दे दिया. इसके बाद नौकरी नहीं लगा सका. पैसे लौटाने के नाम पर टालमटोल कर रहा था. आरोपी को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जा रही है.

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