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कोरबा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पर्याप्त शव वाहन नहीं, परिजन परेशान

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Published : Oct 3, 2022, 11:04 PM IST

Updated : Oct 4, 2022, 7:37 AM IST

Relatives were carrying dead body on bike

कोरबा जिला अस्पताल को मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दर्जा मिल गया है. लेकिन यहां अव्यवस्था कम नहीं हो रहीं. हालत यह है कि सोमवार को 5 साल के मासूम का शव पोस्टमार्टम के बाद घर ले जाने के लिए शव वाहन नहीं मिला. जिसके कारण परिजन बाइक पर ही शव ले जा रहे थे. स्थानीय मीडिया कर्मियों की नजर उन पर पड़ी, तब एम्बुलेंस की व्यवस्था हो सकी.

कोरबा: जिले की मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आज एक शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है. अस्पताल से महज 3 किलोमीटर दूर स्थित गोकुल नगर निवासी एक परिवार के 5 साल के मासूम की मौत हो गई थी. अस्पताल में मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया गया. लेकिन इसके बाद शव को घर तक पहुंचाने के लिए शव वाहन की व्यवस्था नहीं हो पाई. विवश होकर परिजन मासूम का शव बाइक पर ही लेकर घर जा रहे थे. इतने में मौके पर मौजूद स्थानीय मीडिया कर्मियों की नजर उस पर पड़ी और तब जाकर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई. जिसके बाद मासूम के शव को एम्बुलेंस के माध्यम से उसके घर तक पहुंचाया जा सका.

मीडिया कर्मियों की मदद से शव वाहन की हुई व्यवस्था

सांप के काटने से हुई थी मासूम की मौत:मृतक बच्चे के परिजन गोकुल नगर निवासी हैं. जिन्होंने बताया कि "वह मासूम को लेकर अस्पताल पहुंचे थे. 5 साल के बच्चे को किसी चीज ने काट लिया था. आशंका थी कि सांप ने ही बच्चे को काटा था. लेकिन हमें पता ही नहीं चला कि उसे सांप ने काट लिया है. परिवार में सभी रोजी मजदूरी का काम करते हैं. बच्चे ने भी काफी देर बाद शिकायत की. अस्पताल पहुंचते मासूम ने दम तोड़ दिया था. इसके बाद सोमवार की दोपहर तक मासूम का पोस्टमार्टम किया गया.

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शव वाहन नहीं, इसलिए बाइक पर ही ले जा रहे थे शव:परिजनों ने बताया कि "हमने शव वाहन के लिए टोल फ्री नंबर पर फोन किया. तब पता चला कि उसे यहां तक पहुंचने में काफी समय लगेगा. लगभग 5 से 6 घंटे का समय बताया गया. हमारा घर गोकुल नगर में है, इसलिए हम लोग शव को बाइक पर ही लेकर घर जाने की तैयारी कर रहे थे. मासूम का शव बाइक पर लाद कर ले जाते कुछ मीडिया कर्मियों ने देख लिया. जिसके बाद मीडियाकर्मियों ने ही एंबुलेंस को फोन कर मौके पर बुलाया और शव को घर तक पहुंचाने में सहायता मिली."

एक शव वाहन खराब, तत्काल नंबर जारी किया: इस विषय में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिकल सुपरीटेंडेंट गोपाल सिंह कंवर को जानकारी दी गई. उन्होंने बताया कि "हमने इस विषय में जानकारी ली है. पता चला है कि अस्पताल में दो शव वाहन मौजूद हैं. जिसमें से एक खराब है, इसके कारण ही इस तरह की परिस्थिति निर्मित हुई है. जो एक शव वाहन मौजूद है, वह काफी दूर था. जिसके कारण परिजन को परेशानी हुई. हमने आज ही एक नंबर जारी कर दिया है. मसूरी के पास नोटिस भी चस्पा कर दिया है. ताकि इस तरह की परिस्थिति आगे निर्मित ना हो. टोल फ्री नंबर से मदद ना मिले, तो सीधे हमसे संपर्क किया जा सकता है.

Last Updated :Oct 4, 2022, 7:37 AM IST

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