बिहार के पटना-नवादा एनएच-31 पर स्थित मंदिर और मजार साम्प्रदायिक सौहार्द्र का अद्भुत मिसाल पेश करता है. मंदिर और मजार दोनों की दीवारें मिलती है. मंदिर के एक तरफ बाबा बुखारी की मजार तो दूसरी तरफ महावीर हनुमान बसते (Mazar And Hanuman Temple) हैं. यहां हर समुदाय के लोग आते-जाते हैं. गुरुवार और शुक्रवार को मजार पर लोगों की लंबी कतार लगी होती है. जबकि मंगलवार और शनिवार को संकटमोचन मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी होती है. जानिए मंदिर और मजार का इतिहास...