बिहार

bihar

CM नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट को ये एक शख्स कर रहा साकार, 500 से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार

By

Published : Jun 24, 2020, 4:21 PM IST

सीतामढ़ी का एक शख्स मुख्यमंत्री के सपनों को साकार कर रहा है. वह तालाब सहित एजुकेशन हब बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है. प्रोजेक्ट के पूरा होने पर यहां 500 से ज्यादा लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा.

ministerministerminister
minister

सीतामढ़ीःजिले का एक शख्स प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने के अभियान में जुटा है. लगभग 41 एकड़ बड़े भू-भाग में मुख्यमंत्री के सपनों का घरौंदा तैयार किया जा रहा है. जिसमें पोखर, तालाब, डेयरी, नर्सरी, नौकायन, स्वमींग ट्रेनिंग सेंटर समेत कई बेहतरीन चीजे बनाई जा रही है. इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि सरकार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने में किसी भी तरह की सरकारी सहायता नहीं ली जा रही है.

डुमरा प्रखंड के मेथौरा गांव की बदलेगी किस्मत
सीतामढ़ी के डुमरा प्रखंड के मेथौरा गांव की किस्मत अब कुछ ही दिनों में बदलने वाली है. अब तक सामान्य गांव की तरह दिखने वाले इस गांव की किस्मत अब पूरी तरीके से बदलने वाली है. कुछ ही दिनों में यह गांव मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में इलाके में जाना जाएगा. यहां 41 एकड़ बड़े भू-भाग में जल जीवन हरियाली जैसे योजनाओं को मूर्त रूप देने की पूरी कोशिश की जा रही है. यहां पोखर, तालाब, स्वीमींग पुल, नर्सरी, बगीचे, शिक्षण संस्थान, बिहार का पहला स्वीमींग ट्रेनिंग सेन्टर, मत्स्य पालन, डेयरी और वर्मी कमपोस्ट का उत्पादन समेत कई चीजें यहां स्थापित किया जा रहा है.

तालाब का हो रहा निर्माण

500 लोगों को मिलेगा रोजगार
वहीं, प्रोजेक्ट निर्माता अमित कुमार चौधरी ने बताया कि प्रोजेक्ट के पूरा होने पर यहां 500 से ज्यादा लोगों को रोजगार का अवसर प्रदान होगा. इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद मेथौरा और आस पास के इलाके में जल संकट की समस्या भी हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी.

देखें पूरी रिपोर्ट

सरकार से नहीं ली जा रही है सहायता
अमित कुमार चौधरी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में किसी भी तरीके की सरकारी सहायता नहीं ली जा रही है. इतना ही नहीं पूरे इलाके को पर्यटन के दृष्टिकोण से भी विकसित करने की योजना है. शहर से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह इलाका जब मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में पूरी तरिके से बनकर तैयार हो जायेगा, तब स्थानीय लोगों के लिये भी यह आकर्षण का केन्द्र साबित होगा.

तालाब का निर्माण

महिला किसानों को भी दिया जाएगा मौका
प्रोजेक्ट निर्माता ने बताया कि इस बड़े प्रजेक्ट के पूरा होने पर कोरोना संक्रमण काल के दौरान परदेश से अपने घर वापस आये प्रवासी मजदूरों को भी काम मिल सकेगा. इस प्रोजेक्ट में सीतामढ़ी के इस इलाके के तकरीबन 500 से ज्यादा प्रवासी मजदूर घर बैठे रोजगार हासिल कर सकेंगे. जिसमे महिला किसानों को भी तरजीह दी जायेगी. यहां के स्थानीय लोगों में इस प्रोजेक्ट को लेकर बेहद खुशी देखी जा रही है.

काम करते मजदूर

जिला प्रशासन कर रहा है हर संभव मदद
इधर दूसरी ओर सीतामढ़ी के जिला प्रशासन के अधिकारी भी इस तरह के योजनाओं को पूरा कराने में हर संभव मदद करने को तैयार दिख रहे है. जल जीवन हरियाली जैसे कामों में जिला प्रशासन के अधिकारी आम लोगों को आगे आकर बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील भी कर रहे है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details