सहरसा: बिहार के सहरसा जिला अन्तर्गत सौर बाजार प्रखंड के खजूरी पंचायत के मुखिया रंजीत शाह हत्याकांड को सहरसा पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सुलझा (Mukhiya Ranjit Shah Murder Case solved) लिया. सहरसा एसपी लिपि सिंह (Saharsa SP Lipi Singh) ने बताया कि बिहार पंचायत चुनाव में हार का बदला लेने के लिए हत्या की गई थी. मामले में 5 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिसमें 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बता दें कि शुक्रवार देर शाम अपराधियों ने खजूरी पंचायत के मुखिया रंजीत शाह की गोली मारकर हत्या (Khajuri Panchayat Mukhiya Ranjit Shah Shot Dead By Criminal) कर दी गयी थी.
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सुपारी देकर करायी गयी थी हत्याः एसपी लिपि सिंह ने मुखिया रंजीत शाह हत्याकांड के बारे में आगे बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले के आरोपी खजुरी निवासी रंजीत यादव और लक्ष्मीनिया निवासी दीपक यादव को गिरफ्तार कर लिया. वहीं अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. घटना का कारण पूर्व में हुए पंचायत चुनाव की रंजिश है. एसपी ने आगे बताया रंजीत कुमार यादव पूर्व मुखिया दीपक यादव एवं जीवन पौदार की मुखिया हत्याकांड में 24 घंटे के अंदर पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इन लोगों ने अपना अपराध कबूला है. हत्या के लिए सुपारी पूर्व मुखिया ने दी थी.
विधायक का चुनाव लड़ चुका है मुख्य आरोपीः मुखिया रंजीत शाह हत्याकांड के मामले में गिरफ्तार रंजीत यादव पूर्व में खजुरी पंचायत से साल 2001 से 2005 तक मुखिया रह चुका है. साथ ही साल 1994 से राजद नेता था. बीते विधानसभा चुनाव में राजद से टिकट नहीं मिलने के बाद विधायक का चुनाव निर्दलीय लड़ा था. इसके पिता भी कई वर्षों तक मुखिया रह चुके थे. साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में राजद के टिकट के दावेदार थे. लेकिन, लवली आनंद को टिकट मिलने के बाद रंजीत यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडा और हार गये. चुनाव आयोग के द्वारा उन्हें चारपाई चुनाव चिह्न आवंटित किया गया था.