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Amit Shah on Bihar Visit: 'अमित शाह के दौरे से महागठबंधन में बेचैनी', BJP के दावे पर बोला RJD- 'कोई फर्क नहीं पड़ेगा'

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Published : Apr 1, 2023, 11:41 AM IST

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से बिहार का राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है. पक्ष और विपक्ष के नेता अपने-अपने विचार के मुताबिक बयानबाजी में लगे हैं. अमित शाह का यह दौरा 2024 के चुनाव की तैयारी के लिहाज से अहम माना जा रहा है. वहीं महागठबंधन की और से कई नेताओं ने इस दौरे पर निशाना साधते हुए कहा है कि अमित शाह बिहार सिर्फ दौरे पर आते हैं. कभी विशेष राज्य के दर्जे की बात नहीं करते.

अमित शाह के  दौरे पर बिहार में राजनीतिक बयानबाजी
अमित शाह के दौरे पर बिहार में राजनीतिक बयानबाजी

अमित शाह के दौरे पर बिहार में राजनीतिक बयानबाजी

पटनाःकेंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अमित शाह महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं. 1 अप्रैल को फिर से दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं. 1 अप्रैल को पटना पहुंचेंगे और 2 अप्रैल को सासाराम में और नवादा में जनसभा को संबोधित करेंगे. 2 अप्रैल को ही अमित शाह दिल्ली लौट जाएंगे लेकिन उससे पहले लोकसभा कोर कमेटी के साथ बैठक भी करेंगे और पटना में पार्टी के पदाधिकारियों के साथ भी विचार-विमर्श करेंगे. अमित शाह इससे पहले 25 फरवरी को बिहार आए थे, तब पश्चिम चंपारण के बाल्मीकि नगर में जनसभा को संबोधित किया था और उसी दिन पटना में किसान सम्मेलन में भी भाग लिया था.

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महागठबंधन में दिख रही बेचैनी: बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद अमित शाह का यह तीसरा बड़ा कार्यक्रम है और 34 दिनों में दूसरा बड़ा कार्यक्रम. ऐसे तो महागठबंधन की तरफ से सीमांचल में रैली कर अमित शाह को जवाब दिया गया लेकिन अमित शाह के कार्यक्रम के कई महीने बाद कार्यक्रम हुआ था. महागठबंधन की ओर से अब अमित शाह के दौरे को लेकर बेचैनी दिख रही है. नीतीश कुमार ने भी सम्राट अशोक की जयंती के मौके पर कहा था कि काम हमलोग कर रहे हैं लेकिन अब दावा करने दिल्ली से लोग पहुंचेंगे.

'दौरे का बिहार पर कोई असर पड़ने वाला नहीं' : बिहार में पिछले साल नीतीश कुमार एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हो गए थे 7 दलों के साथ सरकार बनाई है सरकार में ऐसे तो चार दल शामिल हैं और तीन वामपंथी दल बाहर से समर्थन कर रहे हैं अमित शाह अपने दौरे में नीतीश कुमार को निशाना बनाएंगे पिछले कार्यक्रमों में भी अमित शाह के निशाने पर नीतीश कुमार ही थे लेकिन महागठबंधन नेताओं का कहना है कि अमित शाह के दौरे का बिहार पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है.

महागठबंधन ने की सासाराम में साजिश: बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा 2 दिनों तक अमित शाह बिहार में रहेंगे और 2024 की रणनीति तैयार करेंगे नवादा में रैली करेंगे तो वहीं सासाराम में सम्राट अशोक की जयंती पर जनसभा होगा पटना में भी पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. वहीं बीजेपी विधायक पवन जयसवाल ने कहा कि सासाराम में महागठबंधन के तरफ से साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया है. महागठबंधन के लोग परेशान हैं हताश हैं और जब भी अमित शाह आते हैं महागठबंधन के नेताओं की बेचैनी बढ़ जाती है, लेकिन अमित शाह का कार्यक्रम कोई रोक दे इतनी हिम्मत किसी में नहीं है. हर हाल में निर्धारित तिथि के अनुसार ही कार्यक्रम होगा.

"महागठबंधन के लोग हताश हैं और जब भी अमित शाह आते हैं तो इन लोगों की बेचैनी बढ़ जाती है, लेकिन गृह मंत्री के कार्यक्रम को रोकने की हिम्मत किसी में नहीं है. हर हाल में कार्यक्रम निर्धारित समय के अनुसार ही होगा"- पवन जयसवाल, बीजेपी विधायक

'विशेष राज्य का दर्जा बिहार को कब मिलेगा' : वहीं अमित शाह के दौरे को लेकर कांग्रेस विधायक आनंद शंकर का कहना है कि शाहाबाद में महागठबंधन के ही जनप्रतिनिधि आपको देखने के लिए मिलेंगे अमित शाह को लाने के पीछे मकसद यही है कि अपनी कमजोर जमीन को मजबूत करना है, लेकिन उन्हें कोई सफलता मिलने वाली नहीं है. वहीं, आरजेडी विधायक मुकेश रोशन ने कहा कि 2014 से बिहार में यात्रा कर रहे हैं लेकिन विशेष राज्य का दर्जा बिहार को कब मिलेगा यह नहीं बताते हैं. खाली हाथ लौट जाते हैं, बिहार की जनता 40 की 40 सीट महागठबंधन को ही देने वाली है.

"2014 से बिहार की यात्रा कर रहे हैं लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा कब मिलेगा यह नहीं बताते. खाली हाथ लौट जाते हैं, इसलिए बिहार की जनता 40 में से 40 सीटें महागठबंधन को ही देने वाली है"-मुकेश रोशन, राजद विधायक

बीजेपी का 40 सीट जीतने का दावाःआपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में अब लगभग 1 साल समय रह गया है, बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. 2019 में नीतीश कुमार एनडीए में थे और एनडीए को 39 सीटों पर जीत मिली थी, जिसमें से 17 सीट बीजेपी ने जीता और 16 सीट जदयू ने केवल एक सीट उस समय महागठबंधन खेमे को मिली थी. कांग्रेस ने यह सीट किशनगंज में जीती थी. बीजेपी नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होने के बाद 40 सीटों पर तैयारी कर रही है और सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दी है. दूसरी तरफ महागठबंधन खेमे में भी 7 दल हैं और इसलिए 2024 लोकसभा चुनाव बिहार में दिलचस्प बन गया है.

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