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बोले ललन सिंह- 'गृह मंत्री अमित शाह सिताब दियारा आकर जनता से मांगे माफी'

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Published : Oct 7, 2022, 8:13 PM IST

ललन सिंह (Lalan Singh On Amit Shah) ने कहा कि अमित शाह भारत के गृह मंत्री है बिहार में जहां मन करे घूमे. घूमने में कोई रोक नहीं है लेकिन जहां तक सिताब दियारा का सवाल है तो सीएम नीतीश की सरकार ने सिताब दियारा के अस्तित्व को बचाया है. ऐसे में अमित शाह को यहां की जनता से माफी मांगनी चाहिए.

Lalan Singh On Amit Shah
Lalan Singh On Amit Shah

पटना:केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Home Minister Amit Shah) के सिताब दियारा दौरे (Amit Shah Bihar Visit) को लेकर बिहार में सियासत शुरू है. जदयू खेमे में बेचैनी साफ दिख रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिताब दियारा में यूपी क्षेत्र में अधूरा काम पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी को पत्र भी लिखा है तो वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इसको लेकर निशाना साधा है.

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बोले ललन सिंह- 'सिताब दियारा के लोगों से माफी मांगें अमित शाह': ललन सिंह ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की सरकार ने सिताब दियारा में कटाव निरोधक कार्य किया है. मैं जब जल संसाधन मंत्री था तो 60 करोड़ की योजना पर वहां काम हुआ था. जमीन भी अधिग्रहण किया गया. यहां तक कि जेपी का पैतृक आवास भी कटाव क्षेत्र में था. वहां पथ का भी निर्माण किया गया. सिताब दियारा का एक हिस्सा जो बिहार में है उसमें तो नीतीश कुमार की सरकार ने काम किया. लेकिन दूसरा हिस्सा जो यूपी में है वहां कार्य नहीं हुआ है. अमित शाह आ रहे हैं अच्छी बात है, देश के गृह मंत्री हैं बिहार में कहीं भी जा सकते हैं. लेकिन वहां की जनता से माफी भी मांगे क्योंकि यूपी में उनकी सरकार है और वहां कटाव निरोधक और विकास कार्य नहीं हुआ है तो उसका जवाब भी दें.

"अमित शाह बिहार में कहीं भी आ सकते हैं. नीतीश कुमार की सरकार ने सिताब दियारा में काफी काम किया है लेकिन यूपी सरकार ने कुछ नहीं किया. अमित शाह को सिताब दियारा की जनता से यूपी में उनकी सरकार द्वारा काम नहीं किए जाने को लेकर माफी मांगनी चाहिए."- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जदयू

अमित शाह का बिहार में दूसरा कार्यक्रम: पिछले महीने अमित शाह सीमांचल के दौरे पर आए थे और उस समय भी खूब सियासत हुई थी. जदयू के नेताओं ने कई तरह के आरोप लगाए थे. माहौल खराब करने तक का भी आरोप लगाया था और जल्द ही पूर्णिया में रैली कर अमित शाह को जवाब देने की बात भी कही थी. अभी पूर्णिया रैली का जवाब भी जदयू नहीं दे पाई थी और अमित शाह का दूसरा कार्यक्रम भी बिहार में बन गया है और वह भी जेपी जयंती 11 अक्टूबर पर यह कार्यक्रम हो रहा है.

जेपी की जयंती में खूब होगी सियासत!:नीतीश कुमार अपने को जेपी का अनुयायी और शिष्य बताते रहे हैं. जेपी के आंदोलन की उपज बताते रहे हैं और उन्हीं की जयंती के मौके पर उनकी जन्मस्थली सिताब दियारा पहुंचकर नीतीश कुमार पर निशाना साधेंगे यह तय है. इसलिए जदयू खेमे की परेशानी बढ़ी हुई है. ऐसे नीतीश कुमार ने अमित शाह के दौरे से पहले शुक्रवार को सिताब दियारा में जेपी स्मृति भवन सह पुस्तकालय का लोकार्पण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया और 8 अक्टूबर को जेपी की पुण्यतिथि पर सिताब दियारा का दौरा करने वाले भी हैं तो कहीं न कहीं डैमेज कंट्रोल करने की अभी से शुरुआत हो गई है.

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