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Sudhakar Singh : नीतीश कुमार पर फिर बरसे सुधाकर सिंह, बोले- 'राज्य में शराबबंदी फेल'

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Published : May 18, 2023, 4:40 PM IST

बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. राज्य के अंदर हर-रोज सैकड़ों लोगों को इस कानून के तहत अरेस्ट किया जा रहा है. इसके बाद भी इस काले कारोबार को करने वाले कारोबारी पीछे नहीं हट रहे हैं. अब राज्य में लागू इस शराबबंदी कानून पर सरकार में सहयोगी की भूमिका निभा रही पार्टी राजद के विधायक और पूर्व मंत्री ने बड़ा सवाल उठाया है.

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पटना : अपने तल्ख बयानों में सीधे-सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने निशाने पर लेने वाले राष्ट्रीय जनता दल के विधायक, पूर्व मंत्री तथा राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह ने फिर एक बार नीतीश कुमार को अपनी पर अपना निशाना साधा है. सुधाकर सिंह का स्पष्ट कहना है कि राज्य में शराबबंदी पूरी तरीके से फेल है.

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शराबबंदी पर सुधाकर सिंह के सवाल: गुरुवार को मीडिया से रूबरू होते हुए सुधाकर सिंह ने कहा कि यह बहुत बड़ा सवाल है कि सरकार के ऊपर शराबबंदी को लेकर जो गंभीरता है, वह गंभीरता प्रशासन में कहीं नहीं दिख रही है. यह हालत पूरे बिहार की है. उन्होंने ड्रोन के गायब होने का जिक्र करते हुए कहा कि यहां तो दूसरे राज्यों से शराब ही चली जाती है, लगातार शराब की बिक्री हो रही है और जहरीली शराब से लोग मर भी रहे हैं.


ड्रोन सर्विलांस का कोई औचित्य नहीं: सुधाकर सिंह का कहना था कि ड्रोन और इसके जैसे जितने भी सर्विलांस हैं. इसका कोई औचित्य नहीं है. शराबबंदी को लेकर एक व्यापक समीक्षा की जरूरत है. सीटिंग जजों की कमेटी बनाकर के न्यायपूर्वक निर्णय लेने की जरूरत है, नहीं तो यह सब दिखावा है. उनके जैसे उपकरण शराबबंदी के लिए कारगर नहीं होंगे. ऐसे मशीनों का उपयोग कानून और व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए करना चाहिए.


विपक्ष कब एकजुट नहीं था? : सुधाकर सिंह ने कहा कि शराबबंदी सामाजिक बुराई है. उसे उस तरीके से ही नियंत्रित करने का प्रयास करना होगा. विपक्ष की एकजुटता के बारे में पूछे जाने पर सुधाकर सिंह ने कहा कि विपक्ष कब एकजुट नहीं था? उन्होंने एक बड़ी बात कहते हुए कहा कि विपक्ष पहले से ही कांग्रेस के नेतृत्व में एकजुट रहा है. नए दल जो एनडीए से टूट कर के आए हैं या वह दल जो तीसरे मोर्चे को बनाने की जुगत में थे. राज्य और देश की जो वर्तमान राजनीतिक हालत है, उसमें यह कोई औचित्य नहीं है. सभी लोग एकजुट हैं.


''मैं नीतीश कुमार से कहूंगा कि वह विपक्ष की एकजुटता में सीधे-सीधे हां कहे और बिना शर्त पर कहें. मुद्दों को तय करने के लिए देशभर में जरूर बात होनी चाहिए कि किन मुद्दों के आधार पर भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल किया जाएगा. बाकी नीतीश कुमार जैसे सहयोगी दल को बिना शर्त कांग्रेस के साथ खड़ा हो जाना चाहिए.''- सुधाकर सिंह, आरजेडी विधायक


'बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं': एक और प्रश्न के जवाब में सुधाकर सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं है. राजनीतक दल राजनीतिक कार्यक्रम भी करते हैं. राजनीतिक दल समय-समय पर अपने सामाजिक साहब भोज का आयोजन भी करते हैं. यह कोई नई बात नहीं है. बीजेपी को ईर्ष्या जरूर होती है. महागठबंधन के कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोगों के जुटने पर बीजेपी के नेता बयान दे रहे हैं.

''आज की तारीख में बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है. अगर बिहार में कोई समस्या है तो बीजेपी उसमें सहभागी रही है. बीजेपी के पास अब कुछ बचा नहीं है. इसलिए देश को बांटने के लिए और समाज को विभाजित करने के लिए षड्यंत्र में शामिल हो गए हैं. बीजेपी के लोग कई तरह के प्रकल्प चलाते हैं. विभाजित मानसिकता से ही इस दल का गठन हुआ था. इसके जितने भी आईडियोलॉजी हैं, वह समाज को तोड़ने वाले हैं.''- सुधाकर सिंह, आरजेडी विधायक

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