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बिहार के टॉपर वैक्सीनेटरों की कहानी.. बीमार पड़ी लेकिन छुट्टी नहीं ली, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मिलेगा सम्मान

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Published : Mar 5, 2022, 9:06 AM IST

Updated : Mar 8, 2022, 8:18 AM IST

बिहार की दो महिला स्वास्थ्यकर्मी को अपने कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय सम्मानित करेगा. दोनों का यह सम्मान नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में दिया जाएगा. बता दें कि राज्य में सबसे अधिक वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड इन दोनों महिला स्वास्थ्यकर्मियों के नाम पर दर्ज हैं. पढ़ें पूरी खबर..

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

पटना:बिहार की दो वैक्सीनेटर माया और वंदना ने रिकॉर्ड वैक्सीनेशन करके बिहार का नाम रोशन किया है. दोनों ने बिना थके, बिना रूके अपने मेहनत और जज्बे के बूते इस काम को अंजाम दिया है. इनके इसी योगदान को देखते हुए महिला दिवस यानी 8 मार्च को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय सम्मानित करने जा रहा है.

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पटना में तैनात हैं वंदना और माया: बिहार की दोनों महिला वैक्सीनेटर पटना के गुरु नानक भवन स्थित वैक्सीनेशन सेंटर में तैनात हैं. इस वैक्सीनेशन सेंटर पर 24 घंटे वैक्सीन देने का काम होता है. इन दोनों महिला स्वास्थ्यकर्मी के नाम पर प्रदेश में सबसे अधिक वैक्सीन देने का रिकॉर्ड दर्ज है. यूपी के गाजीपुर की रहने वाली माया यादव ने पटना में स्वास्थ्य विभाग की नौकरी करते हुए अब तक 517 वैक्सीनेशन स्टेशन साइट में शामिल हुईं. जिसमें 273740 लोगों को वैक्सीनेट किया. जबकि गया की वंदना कुमारी ने 240 वैक्सीनेशन के स्टेशन साइट में शामिल होकर 217425 वैक्सीनेशन किया है. पटना जिला अधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने दोनों महिला स्वास्थ्यकर्मी को चयनित होने पर बधाई दी है. जिलाधिकारी ने कहा है कि इनका कार्य सराहनीय, अनुकरणीय और प्रेरणा स्रोत है.


अपने रिकॉर्ड पर क्या कहती हैं वंदना? ईटीवी से बातचीत में वैक्सीनेटर वंदना कुमारी ने कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि उनके कार्य को पहचान मिल रही है. उन्हें इस बात पर बेहद गर्व है कि उन्हें सम्मानित किया जा रहा है. उन्होंने इस उपलब्धि में पूरे वैक्सीनेशन टीम को श्रेय दिया है. उन्होंने बताया कि शुरुआती दिनों में लोगों को वैक्सीन लेने में झिझक थी और तब उनकी काउंसलिंग करनी पड़ती थी. तबीयत खराब होने पर भी दोनों ने कभी छुट्टी नहीं ली, उन्होंने लगातार सेंटर पर पहुंचने वाले लोगों को वैक्सीनेट करने का काम किया.

'कोरोना काल में भी वैक्सीनेशन के लिए हम तैयार रहते थे. कई बार वैक्सीनेशन में परेशानी आई लेकिन हमने लोगों को मोटीवेट करके वैक्सीनेशन कंप्लीट कराया. बीमारी में भी काम किया कभी छुट्टी नहीं ली. कभी सोचा नहीं था कि वो बिहार की नंबर वन वैक्सीनेटर बनेंगी' - वंदना, वैक्सीनेटर, हेल्थ वर्कर

माया का संदेश महिलाओं के नाम: माया यादव ने कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है. इस सम्मान के लिए वह अपने सभी पदाधिकारियों का अभिवादन करती हैं. उन्होंने बताया कि कई बार वैक्सीनेशन में कठिनाइयां भी आई हैं. कई लोग सुई देखकर ही वैक्सीन लेने से डर जाते थे. ऐसे में उन लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित करना चुनौती था. उन्होंने कहा कि वह महिलाओं को संदेश देना चाहती हैं कि समाज के सभी क्षेत्रों में सामान अवसर मिल रहे हैं. ऐसे में अपनी झिझक को तोड़कर बाहर निकले.

'हमें दिक्कतें वहां आती थीं जब कोई इंजेक्शन देखकर डर जाता था. हम उन्हें फूल देकर वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित करते थे. हमने एक एक वैक्सीन पर फोकस किया. कभी सोचा नहीं कि हम यहां तक पहुंच जाएंगे'- माया यादव, वैक्सीनेटर, हेल्थ वर्कर

ऐसे बना रिकॉर्ड: पटना जिलाधिकारी चंद्रशेखर ने टीकाकरण को रफ्तार पकड़ाने के लिए 24X7 तीन वैक्सीनेशन सेंटर चलाया, जहां कामकाजी लोग 24 घंटे टीकाकरण करा सकते थे. 24 घंटे चलने के कारण पटना के कामकाजी लोग किसी भी वक्त आकर अपना डोज ले सकते हैं. इस तरह इन वैक्सीनेशन सेंटर पर 966909 व्यक्तियों का टीकाकरण हुआ. इसमें फर्स्ट डोज 446075 और सेकंड डोज 510309 लोगों को दिया गया. जबकि प्रिकॉशन डोज 10525 व्यक्तियों को दिया गया.

महिला दिवस पर 40 महिलाओं का सम्मान: बता दें कि इस बार 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय नई दिल्ली में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. जिसमें देश भर की 40 महिला स्वास्थ्य कर्मियों को राष्ट्रपति सम्मानित करेंगे. उन 40 महिलाओं में बिहार की भी दो महिला स्वास्थ्य कर्मी वैक्सीनेटर माया यादव और वंदना को राष्ट्रपति सम्मानित करेंगे.

अब तक पटना जिला में कुल वैक्सीनेशन 77 25 676 हुआ है, जिसमें फर्स्ट डोज 4134699, सेकंड डोज 3517375 तथा प्रिकॉशनरी डोज की संख्या 73 602 है. जिले में 15 वर्ष से 17 वर्ष तक के 348749 बच्चों का टीकाकरण हुआ, 18 वर्ष से 44 वर्ष तक के व्यक्तियों का 48 39 817 टीकाकरण हुआ, 45 वर्ष से 60 वर्ष तक के व्यक्तियों का 1538 850 टीकाकरण हुआ तथा 60 वर्ष से अधिक व्यक्तियों का 998 260 टीकाकरण हुआ.

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Last Updated : Mar 8, 2022, 8:18 AM IST

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