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नवादा में अपहरण कांड का पुलिस ने किया खुलासा, 10 साल पहले बिछड़ी बेटी मां-बाप से मिली

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 1, 2023, 8:12 PM IST

नवादा में 10 साल से लापता गुड़िया को पुलिस ने मां-बाप से मिलाया
नवादा में 10 साल से लापता गुड़िया को पुलिस ने मां-बाप से मिलाया

नवादा में पुलिस ने साल 2013 के किडनैपिंग मामले (Nawada Kidnapping Case) का खुलासा किया है. पुलिस ने 10 साल पहले किडनैप हुई लड़की को बरामद कर उसके परिजनों से मिला दिया है. परिजन 10 साल बाद बेटी को देखकर फूट-फूट कर रोने लगे. पढ़ें पूरी खबर..

नवादा: बिहार के नवादा जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र से 2013 से ही गायब लड़की को अकबरपुर थाना पुलिस ने बरामद कर बुधवार को उसके परिजनों से मिला दिया. मां-बाप दस साल बाद बेटी को देखकर फूट-फूट कर रोने लगे. बताया गया कि लड़की का 10 साल पहले अपहरण हुआ था, जिसका कोई अता-पता नहीं था.

10 साल पहले हुआ था अपहरण: परिजनों ने बताया कि वह नौवीं क्लास में पढ़ती थी, उसका अपहरण हो गया था. उसकी मां के द्वारा गांव के ही तीन लोगों पर अपहरण का आरोप लगाते हुए कोर्ट में परिवाद दर्ज किया गया था, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी. जिसके बाद से लड़की का कुछ पता नहीं था. लगभग दस वर्षों से मामला लंबित चला आ रहा था.

कैसे मिली युवती:मिली जानकारी के अनुसार गया जिले में एक युवक और दो महिला को लड़ाई-झगड़ा के कारण फतेहपुर थाना लाया गया था. युवक गया का रहनेवाला है जिसने दो शादी की है. पहली पत्नी बीएमपी में सिपाही है. वहीं दूसरी पत्नी वही लड़की है, जो 10 साल से लापता थी. बताया कि युवक उस लड़की को गया के चंदौती थाना अंतर्गत एक मकान में शादी कर अपने साथ रखने लाया था, इस बात की जानकारी उसकी पहली पत्नी को हुई तो वह अपने परिजनों के साथ वहां पहुंची और मारपीट शुरू कर दी.

फतेहपुर थाने में गुड़िया ने बताया पिता का नाम: मारपीट का ये मामला फतेहपुर थाना पहुंचा जिसके बाद सभी को थाना लाया गया. फतेहपुर थाने में उस लड़की से पूछने पर उसने बताया कि वो अकबरपुर की रहने वाली है. तब फतेहपुर थाना प्रभारी ने अकबरपुर थाना प्रभारी अजय कुमार को फोन किया तब जाकर युवती को अकबरपुर थाना लाया. जहां उसने अपने पिता का नाम बताया, जिसके बाद चौकीदार ने बताया की रुन्नीपुर गांव में वह व्यक्ति है, जिसकी बेटी पहले गायब हुई थी.

व्हाट्सएप पर फोटो देखकर परिजनों ने पहचाना: थाने में युवती अपनी जान देने की बात कर रही थी, जिसके बाद रुन्नीपुर के एक व्यक्ति को व्हाट्सएप पर उसका फोटो भेजा गया जिससे उसकी पहचान हो गई. मामले की सूचना युवती के परिवार वालों को दी गई, जिसके बाद वे दौड़े-भागे थाना पहुंचे और 10 साल से बिछड़ी अपनी बेटी से मिलकर फूट-फूट कर रोने लगे. इसके बाद अपहरण कांड का पटाक्षेप हो गया.

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