बिहार

bihar

साधु और मौलवी ने एक साथ फहराया तिरंगा, भारत माता की जय के लगे नारे

By

Published : Aug 16, 2022, 2:25 PM IST

देशभर में 15 अगस्त को 76 Independence Day सेलिब्रेट किया गया. इस मौके पर लोगों में हर घर तिरंगा फहराने की उत्सुकता भी खूब दिखी. इस बीच कटिहार से साम्प्रदायिक सद्भाव की एक तस्वीर बड़ा संदेश देते हुए नजर आई, यानी कि भारतीय तिरंगा किसी एक का नहीं बल्कि सबका है. पढ़ें ये पूरी खबर....

साधु और मौलवी ने एक साथ फहराया तिरंगा
साधु और मौलवी ने एक साथ फहराया तिरंगा

कटिहारःबिहार के कटिहार में आजादी का अमृत महोत्सव और75वीं वर्षगांठ के मौके पर गंगा जमुनी प्रेम और सद्भाव का अद्भुत नजारा देखने को मिला. जहां साधु और मौलवी (Sadhu And Maulvi Hoisted Tiranga Together In katihar) ने एक साथ मिलकर तिरंगा फहराया और राष्ट्रीय एकता की मिसाल पेश की. धर्म के मंच से ऊपर उठकर साधु और मौलवी ने चकाचौंध से दूर मनिहारी प्रखंड (Manohari Block) में मजार शरीफ पर झंडा फहराकर लोगों के दिलों में जगह बना ली. चारों तरफ इसकी तारीफ हो रही है. इसका वीडियो अब इलाके में तेजी से वायरल हो रहा है.

ये भी पढ़ेंःपटना में आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर 75 मीटर लंबा तिरंगा के साथ निकला जुलूस

साधु ने मजार पर तिरंगा फहरायाःजानकारी के मुताबिक आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को एक मजार पर तिरंगा झंडा फहराया गया, जहां इलाके के मौलवी साहब भी मौजूद रहे. राष्ट्रीय झंडे को वहां मौजूद एक साधु ने फहराया, इसके बाद मौलवी और वहां मौजूद सभी लोगों ने जन-गण मन गाते हुए तिरंगे को सलामी दी. इस दौरान भारत माता की जय और महात्मा गांधी अमर रहें, भीम राव अम्बेडकर अमर रहें, सुभाष चंद्र बोस अमर रहें के नारे भी लगाए गए. वहीं, इस पूरे कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति गीत 'सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा' भी फिजाओं में गुंजाता रहा. जो इस बात की गवाही दे रहा था कि सचमुच भारत सारे जहां से अच्छा है.

ये भी पढे़ंःअररिया में स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक नेताजी सुभाष स्टेडियम में DM इनायत खान ने फहराया तिरंगा

इलाके के कई लोग रहे मौजूदः दरअसल, पूरा वाक्या जिले के मनिहारी प्रखंड इलाके का है. जहां गंगा नदी के किनारे एक छोटी सी पहाड़ी पर मजार शरीफ स्थित है. इसी मजार पर स्वतंत्रता दिवस के दिन साधु और मौलवी ने मिलकर तिरंगा फहराया. स्थानीय ग्रामीण साधु बाबा को लालबाबा के नाम से पुकारते हैं और मौलवी मोहम्मद मंजर सफी मजार के खादिम हैं. साधु लालबाबा मनिहारी के जामवंत हनुमान वाटिका में पूजा अर्चना करते हैं जबकि मौलवी मंजर सफी मजार की खिदमत करते हैं. फ्लैग होस्टिंग के समय इलाके के कई और लोग भी मौजूद थे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details