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कैमूर के सदर अस्पताल में घंटों दर्द से छटपटाती रही गर्भवती, नहीं आए डॉक्टर..

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Published : Feb 21, 2022, 6:37 PM IST

कैमूर के सदर अस्पताल भभुआ में एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman Waiting For Doctor In Kaimur) को घंटों डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा. लेकिन डॉक्टर नहीं आए. मजबूरी में परिजन महिला को लेकर निजी क्लिनिक चले गए. वहीं अस्पताल के उपाधीक्षक का कहना है कि परिजन ऑपरेशन कराने को तैयार नहीं थे. पढ़िए पूरा मामला..

negligence of Sadar Hospital Bhabua
negligence of Sadar Hospital Bhabua

कैमूर(भभुआ):जिले के सदर अस्पताल भभुआ से एक बड़ी लपरवाही(negligence of Sadar Hospital Bhabua) का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि, करीब चार घंटे तक गर्भवती महिला डॉक्टर का इंतजार करती रही. लेकिन घंटों इंतज़ार के बाद भी अस्पताल में डॉक्टर (lack of doctor in Sadar Hospital Bhabua ) नहीं आए. जिसके बाद परिजन गर्भवती महिला प्रियंका कुमारी को निजी अस्पताल लेकर चले गए.

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भभुआ सदर अस्पताल के साथ ही जिले के अन्य अस्पतालों से भी लापरवाही के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं. इससे पूर्व भी सदर अस्पताल अपने कई कारनामों को लेकर चर्चा में रहा है. हाल ही में कुदरा स्वास्थ केंद्र में समय पर डॉक्टर के न पहुंचने तथा इलाज के अभाव में चिलबिली निवासी एक टेंट मज़दूर की मौत हो गई थी.

वहीं इसी सप्ताह चैनपुर में भी एक घटना घटी थी. जहां डिलीवरी के लिए आई एक महिला के नवजात को ही गायब कर दिया गया था. अभी ये सारी घटना चर्चा का विषय ही हुई है कि फिर भभुआ सदर अस्पताल में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जानकारी के अनुसार ज़िले के दुर्गावती निवासी बलजीत कुमार अपनी गर्भवती पत्नी प्रियंका कुमारी को डिलीवरी के लिए भभुआ स्थित सदर अस्पताल सोमवार सुबह 8:00 बजे ले कर आए थे.

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उस समय काउंटर पर इलाज और ऑपरेशन के नाम पर महिला के पति से 3500 रुपए भी बतौर फीस जमा करा लिया ग.या लेकिन 8 बजे प्रातः से लेकर दोपहर डेढ़ बजे तक गर्भवती महिला को देखने कोई नहीं आया. महिला घंटों तक तड़पती और कराहती रही. घंटों बाद थक हारकर मजबूर परिजन महिला को लेकर निजी क्लिनिक लेकर चले गए.

"हम अपनी पत्नी प्रियंका कुमारी को प्रातः 8 बजे ही लेकर आ गए थे. घंटों बीत जाने के बाद भी कोई भी डॉक्टर नहीं मिला.थक हार कर निजी क्लिनिक में ले जा रहे है. व्यवस्था के नाम पर यहां कुछ नहीं है. यह बेकार अस्पताल है."-बलजीत साह,पीड़ित महिला का पति

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वहीं इस संबंध में जब मीडियाकर्मियों ने सदर अस्पताल के डीएस डॉक्टर विनोद कुमार से जानकारी ली तो उन्होंने आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि इस तरह की जानकारी मुझे प्राप्त हुई हैं. पूरी घटना की जानकारी ली गई तो पता चला कि उक्त रोगी प्रातः 9 :30 बजे के करीब अस्पताल आया था. आधे घंटे के बाद डॉक्टर मीणा पाठक द्वारा गर्भवती की जांच भी की गई थी.

"डॉक्टर द्वारा बताया गया कि ऑपेरशन द्वारा डिलीवरी होनी है. जिस पर परिजनों ने कहा कि वे नॉर्मल डिलीवरी के लिए इंतजार करेंगे. और बाद में वे उसे लेकर यहां से चले गए. हालांकि निजी क्लिनिक में भी मना करने के बाद वापस परिवार गर्भवती महिला को लेकर अस्पताल आए. डॉक्टर ने महिला का सफल ऑपरेशन कर दिया है."-डॉ. विनोद कुमार, उपाधीक्षक भभुआ सदर अस्पताल

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