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जमुईः न तो जिंदा और न ही मौत के बाद मिली एम्बुलेंस, महिला की लाश पर आंसू बहाते रहे परिजन

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Published : May 27, 2020, 10:42 PM IST

खबर भेजे जाने तक महिला का शव अस्पताल में पड़ा था लेकिन एम्बुलेंस नहीं मिली. परिजन लाश के पास बैठे आंसू बहा रहे थे. शव को घर तक ले जाने के लिए उनके पास कोई साधन नहीं था.

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जमुईः बिहार के सरकारी अस्पताल का हाल ये है कि मरीजों को ना जिंदा में एम्बुलेंस मिलता है न मरने के बाद. एम्बुलेंस के इंतजार में मरीज दम तोड़ देते हैं और परिजन मौत के बाद भी घंटों गाड़ी मिलने के इंतजार में बैठे रहते हैं. यह हाल बिहार के तकरीबन सभी जिला अस्पतालों का है.

रो-रोकर परिजन ने सुनाया सारा हाल
ताजा मामला जमुई के सदर अस्पताल का जहां जिंदा रहते एक महिला मरीज को दूसरे हॉस्पिटल में ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिली और उसकी मौत हो गई. मौत के बाद शव को घर ले जाने के लिए भी परिजन सुबह से शाम तक असपताल में बैठे रहे लेकिन उन्हें अस्पताल प्रशासन एम्बुलेंस मुहैय्या नहीं करा सका. ईटीवी भारत की टीम जब अस्पताल पहुंची तो परिजन का ये हाल देखा. कैमरे के सामने महिला की सास और पति ने रो-रोकर सारा हाल सुनाया.

पत्नी की लाश को चादर ओढ़ाता पति

'काफी कहने के बाद डॉक्टरों ने देखा'
जमुई के खैरा प्रखंड के चौकीटांड़ की एक गरीब महिला शहजादी खातून को उसके पति शहादत अंसारी और सास इलाज के लिए 7 बजे सुबह लेकर आए थे. पेशे से मजदूर पति किसी तरह गांव में चंदा करके रिशतेदारों के साथ अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल पहुंचा था. परिजन महिला की सास रबिया खातून और पति शहादत अंसारी ने रोते हुए बताया काफी कहने के बाद डॉक्टर देखने के लिए लगभग 8.30 बजे आए और रेफर का चिट्ठा बना दिया.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

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एम्बुलेंस के इंतजार में महिल ने तोड़ा दम
डॉक्टरों ने कहा कि पटना पीएमसीएच ले जाना पड़ेगा. उसके बाद एम्बुलेंस के लिए परिजन गिड़गिड़ाते रहे. उन्होंने बताया कि डॉक्टर और कर्मी कह रहे थे कि जल्दी है तो भाड़े के एम्बुलेंस से ले जाओ. दोपहर लगभग 1. 30 बजे तड़पते हुए महिला की मौत हो गई. लेकिन गाड़ी नहीं मिली. खबर भेजे जाने तक महिला का शव अस्पताल में पड़ा था लेकिन एम्बुलेंस नहीं मिली. परिजन लाश के पास बैठे आंसू बहा रहे थे. शव को घर तक ले जाने के लिए उनके पास कोई साधन नहीं था.

पटना रेफर की पर्ची

'सभी एम्बुलेंस इधर उधर गए हुए थे'
इस संबंध में सदर अस्पताल के सीएस और डीएस पहले तो कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं हुए. काफी कहने पर सदर अस्पताल के डीएस डॉक्टर सैयद नौशाद ने बताया कि एक एम्बुलेंस पटना गया हुआ है. बाकी सब इधर उधर गया हुआ था. बैडलक था कि इनको एम्बुलेंस नहीं मिल सका. इसका काफी अफसोस है.

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