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गोपालगंज में पैसे के लेन-देन को लेकर युवक की हत्या, अपहरण के बाद खिलाया जहर

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Published : Nov 7, 2022, 1:20 PM IST

गोपालगंज में युवक की जहर खिलाकर हत्या (Youth killed by feeding poison in Gopalganj) का मामला सामने आया है. घटना फुलवरिया थाना क्षेत्र के किशुन छापर गांव की है, जहां 33 वर्षीय आशीष सिंह का पहले अपहरण किया गया. उसके बाद हत्या कर दी गई. आगे पढ़ें पूरी खबर...

गोपालगंज में युवक की हत्या
गोपालगंज में युवक की हत्या

गोपालगंज:बिहार के गोपालगंज मेंअगवा युवक की हत्या (Kidnapped youth killed in Gopalganj) कर दी गई. ये घटना फुलवरिया थाना क्षेत्र के किशुन छापर गांव की है. मृतक आशीष सिंह के परिजनों के मुताबिक उसका पहले अपहरण किया गया, फिर उसकी जहर खिलाकर हत्या कर दी गई. घटना के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है. परिजनों ने इस मामले में चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है.

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पैसे के विवाद में युवक की हत्या: बताया जा रहा है कि फुलवरिया थाना क्षेत्र के किशुन छापर गांव निवासी मृतक प्रभुनाथ सिंह के 33 वर्षीय बेटे राआशीष सिंह की हत्या की गई है. युवक ने एफसीआई में नौकरी लगवाने के लिए विनोद भगत को 2 लाख रुपये दिया थे. 10 साल बीत गए लेकिन उसकी नौकरी नहीं लगी. नौकरी नहीं लगने के बाद रामाशीष अपना पैसा मांगता रहा लेकिन उसे उसका पैसा नहीं लौटाया जा रहा था. इसी बीच आरोप है कि शनिवार की दोपहर दवा दुकान मिश्र बतरहां से विनोद समेत चार नामजद और दो अज्ञात व्यक्तियों ने युवक का अपहरण कर लिया और बाद में जहर खिलाकर उसकी हत्या कर दी.

एंबुलेंस में शव छोड़कर आरोपी फरार: शनिवार से युवक के घर नही पहुंचने पर परिजनों को चिंता सताने लगी. काफी खोजबीन की गई लेकिन उसका कही पता नहीं चल सका. इसी बीच रविवार की शाम आरोपी विनोद भगत ने मृतक के परिजनों के पास फोन कर तबीयत खराब होने की बात कही गई और गोरखपुर बुलाया गया. जब परिजन पहुंचे तो एक प्राईवेट अस्पताल के पास एंबुलेंस में शव पड़ा छोड़ कर सभी आरोपी फरार हो गए. जिसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज मामले की जांच में जुट गई है.

"युवक ने एफसीआई में नौकरी लगवाने के लिए विनोद भगत को 2 लाख रुपये दिए थे लेकिन 10 साल बीत गए पर उसकी नौकरी नहीं लगी. नौकरी नहीं लगने के बाद वह आरोपी से लगातार अपना पैसा मांग रहा था. उसे पैसा देने के लिए ही बुलाया गया था. लेकिन उसका अपहरण कर लिया गया और बाद में जहर खिलाकर उसकी हत्या कर दी गई."-परिजन

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