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देश को मिले 20 जांबाज सैन्य ऑफिसर, हर परिस्थिति में दुश्मन से लोहा लेने को तैयार

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Published : Jun 12, 2021, 6:42 PM IST

Updated : Jun 12, 2021, 7:28 PM IST

गया (Gaya) में 19वीं पासिंग आउट परेड के दौरान 20 कैडेट्स कमीशन प्राप्त हुए. जो अब सैन्य अधिकारी बनकर देश की सेवा करेंगे. इस कार्यक्रम के दौरान कमांडेंट जीएवी रेड्डी ने कहा कि ये ऑफिसर्स हर मुश्किल हालात से लड़ने के लिए तैयार हैं.

पासिंग आउट परेड
पासिंग आउट परेड

गया: देश को 20 नए सैन्य अधिकारी मिले हैं. जो आने वाले वक्त में राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित होंगे. ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) में 19वीं पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) के दौरान शनिवार को कुल 20 कैडेट्स कमीशन प्राप्त हुए. इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद कमांडेंट जीएवी रेड्डी ने इन सभी का हौसला बढ़ाया.

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'प्रशिक्षण हासिल कर बने हैं जाबांज अधिकारी'
19वीं पासिंग आउट परेड के दौरान कमांडेंट जीएवी रेड्डी ने कहा कि गया ओटीए अत्याधुनिक संसाधनों से लैस है. इसे और हाईटेक बनाने की कोशिश की जा रही है. जल्दी ही बेहतर परिणाम देखने को मिलेगा. यहां हर कैडेट्स को बेहतर प्रशिक्षण देकर जांबाज अधिकारी बनाया जाता है. जो हर परिस्थिति में बेहतर करने के लिए परिपूर्ण होते हैं.

19वीं पासिंग आउट परेड कार्यक्रम

'महिलाओं को ट्रेनिंग देने पर विचार'
इस दौरान कमांडेंट जीएवी रेड्डी (GAV Reddi) ने महिलाओं को प्रशिक्षण देने पर भी अपनी बात रखी. सवालों का जवाब देते हुए कहा- 'महिलाओं को भी यहां ट्रेनिंग देने पर विचार किया जा रहा है. अगर सहमति बनती है तो ट्रेनिंग की व्यवस्था बहुत जल्द शुरू होगी. फिलहाल चेन्नई (Chennai) में ही महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें अधिकारी बनाने का कार्य किया जा रहा है.'

पासिंग आउट परेड

'कोरोना के कारण विशेष सतर्कता'
कोरोना काल में आयोजित इस पासिंग आउट परेड कार्यक्रम में विशेष सावधानी बरती गई. कोविड प्रोटोकॉल (COVID Protocol) का ख्याल रखते हुए आयोजन संपन्न कराया गया. कम से कम लोगों की मौजूदगी सुनिश्चित कराने के लिए इस बार कई कैटेड्स के अभिभावक कार्यक्रम में शरीक नहीं हो पाए. बावजूद इसके इन सैन्य अधिकारियों का जोश देखते ही बन रहा था.

परेड के दौरान अधिकारी और अन्य

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'किसान पिता का बेटा बना अधिकारी'
सेना में अधिकारी बनने वाले गुजरात के रहने वाले यादव बुद्धराज ने कहा कि एक जवान से अधिकारी बनने तक का सफर काफी कठिन होता है. बचपन से जो सपना देखा था, वह अब जाकर पूरा हुआ है. काफी खुशी महसूस हो रही है. उन्होंने कहा कि हालांकि कोरोना के कारण उनके माता-पिता यहां नहीं आ सके, इसलिए थोड़ी मायूसी भी है. वे कहते हैं कि मेरे पिताजी किसान हैं और माता गृहणी है. घरवालों के सहयोग से सफलता मिल पाई है.

एक-दूसरे को बधाई देते ऑफिसर्स

'पिता की तरह बेटा भी आर्मी में शामिल'
वहीं बिहार के छपरा जिला के एकमा के रहने वाले संतोष कुमार राय ने कहा कि बचपन से ही आर्मी ज्वाइन करने का सपना था. मेरे पिता भी आर्मी में रहे हैं. ये भी वजह है कि आर्मी में आने का शुरू से ही मन था. आखिरकार आज अधिकारी बना हूं. लिहाजा काफी अच्छा लग रहा है. मैं तमाम युवाओं से भी कहना चाहूंगा कि वे भी सेना में भर्ती हों.

परेड की विशेष झलकियां

कहां है ऑफिसर्स ट्रेंनिंग अकादमी?
गया-बोधगया मुख्य सड़क मार्ग पहाड़पुर गांव के पास ऑफिसर्स ट्रेंनिंग अकादमी (Officers Training Academy) है. जिसके प्रांगण में 19वी पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया. जहां 20 जेंटलमैन कैडेट्स सैन्य अधिकारी बने. इस दौरान सेना के विमान द्वारा जवानों के ऊपर पुष्प वर्षा कर सभी की हौसला अफजाई की गई.

Last Updated : Jun 12, 2021, 7:28 PM IST

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