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बक्सरः घरेलू कलह से परेशान 17 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या

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Published : Sep 21, 2022, 8:02 PM IST

आत्महत्या
आत्महत्या ()

आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति की वजह से साल 2003 से दुनिया भर में आत्महत्याओं को रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रतिवर्ष 'विश्व आत्महत्या निवारण दिवस' (World Suicide Prevention Day) मनाने की शुरुआत की. लोगाें काे जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा, इसके बाद भी लाेग छोटी छोटी बातों पर अपनी जान दे रहे हैं. बक्सर में पिछले तीन दिनों में तीन लाेगाें ने आत्महत्या कर ली. (buxar suicide news )

बक्सर: ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के बलुआ गांव में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली (Youth commits suicide by hanging in Buxar). युवक की अंकित सिंह के रूप में की गयी. उसकी उम्र करीब 17 वर्ष बतायी जा रही है. अंकित कथित रूप से पारिवारिक कलह की वजह से मानसिक रूप से परेशान था. आत्महत्या की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. ग्रामीणों की सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

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मानसिक रूप से परेशान था युवकः स्थानीय लोगो की मानें तो युवक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि घरेलू कलह से परेशान होकर युवक ने आत्मघाती कदम उठाया है. घटना की जानकारी देते हुए ब्रह्मपुर थाना प्रभारी बैजनाथ चौधरी ने बताया कि अब तक जो जानकारी निकल कर आ रही है, उससे ज्ञात हो रहा है कि युवक मानसिक रूप से परेशान था. पुलिस सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच कर रही है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.

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तीन दिनों में तीन लाेगाें ने की आत्महत्याः गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों में जिले के नया भोजपुर ओपी, नवानगर थाना क्षेत्र एवं ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र में एक महिला, एक छात्रा समेत कुल तीन लोगों ने आत्महत्या कर ली है (buxar suicide news ). आत्महत्या की बढ़ती घटना काे लेकर पोस्टमार्टम करने वाले सदर अस्पताल के डाक्टर भी हैरान हैं. मनोवैज्ञानिकों की मानें तो जिले में कई स्तर पर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. जिससे कि छोटी-छोटी बातों को लेकर आत्मघाती कदम न उठाएं.

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आत्महत्या का विचार रखने वाले व्यक्तियों के लक्षणः

  • बार-बार मरने की इच्छा व्यक्त करना (वास्तव में व्यक्ति आत्महत्या करने से पूर्व अपने परिवार, दोस्त व परिचितों से इसके बारे में चर्चा करता है ताकि लोग उसकी सहायता करें)
  • निराशावादी सोच प्रकट करना (कहना कि मैं जी कर क्या करूंगा, मेरे जीवन का कोई उद्देश्य नहीं है.)
  • उच्च स्तर का दोष भाव व्यक्त करना
  • असहाय महसूस करना
  • अपने को मूल्यहीन समझना
  • जोखिम पूर्ण व्यवहार करना
  • अचानक से व्यवहार एवं दिनचर्या में परिवर्तन होना
  • नशे का बहुत अधिक उपयोग करना
  • अपने पसंदीदा कार्यों में भी अरुचि दिखाना
  • परिवार व मित्रों से दूरी बना लेना
  • स्वयं को समाप्त करने का अवसर एवं साधन तलाश करना

आत्महत्या निवारण के उपायः

  • लोगों से जुड़े रहें क्योंकि अकेलापन आत्महत्या के लिए एक बड़ा जोखिम कारक है.
  • अपने उत्साह को बनाए रखें.
  • स्वास्थ संबंधी समस्या होने पर उपचार कराएं
  • अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें
  • मन में आत्महत्या का विचार आने पर प्रशिक्षित एवं अनुभवी मनोवैज्ञानिक से परामर्श लें
  • धैर्य बनाए रखें
  • सकारात्मक सोच रखें
  • उन स्थितियों पर ध्यान दें जो आपके नियंत्रण नियंत्रण में हो
  • अपने रुचियां व शौक को भी पर्याप्त समय एवं महत्व प्रदान करें
  • स्वस्थ मनोरंजन करें
  • परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय व्यतीत करें
  • बच्चों के साथ खेलें
  • अपने सृजनात्मक क्षमताओं का विकास करें
  • अपने को स्वयं प्रेरित करें
  • जीवन के अच्छे दिनों एवं घटनाओं का स्मरण करें
  • हंसी मजाक करने वाले व्यक्तियों के साथ समय व्यतीत करें
  • कॉमेडी फिल्में देखें
  • चुटकुले पढ़ें

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