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सृजन घोटाला: मास्टरमाइंड मनोरमा देवी के चारों घरों पर CBI ने चस्पा किया नोटिस

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Published : Oct 10, 2019, 5:22 PM IST

नोटिस के मुताबिक आरोपी अमित कुमार और प्रिया कुमारी को अगले 30 दिनों के अंदर सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होना है. नोटिस में यह भी लिखा है कि दोनों आरोपियों के निर्धारित समय के अंदर पेश नहीं होने पर करीब 5 करोड़ की संपत्ति जब्त की जाएगी.

नोटिस चस्पा

भागलपुर: बिहार के चर्चित सृजन घोटाला एक बार फिर से चर्चा में है. सीबीआई की टीम ने यहां सृजन घोटाला की मास्टरमाइंड मनोरमा देवी के चारों मकानों के बाहर उनके बेटे अमित और बहु प्रिया के नाम पर नोटिस चस्पा किया है. जिसमें उन्हें सीबीआई के सामने पेश होने को कहा गया है.

सृजन घोटाला के आरोपी फरार
नोटिस के मुताबिक आरोपी अमित कुमार और प्रिया कुमारी को अगले 30 दिनों के अंदर सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होना है. नोटिस में यह भी लिखा है कि दोनों आरोपियों के निर्धारित समय के अंदर पेश नहीं होने पर करीब 5 करोड़ की संपत्ति जब्त की जाएगी. बता दें कि सृजन घोटाला में संलिप्त दोनों आरोपी पिछले दो सालों से फरार हैं. वहीं, मास्टरमाइंड मनोरमा देवी का पहले ही देहांत हो चुका है.

मनोरमा देवी का मकान

किराएदार को घर खाली करने का आदेश
बता दें कि भागलपुर के तिलकामांझी थाना क्षेत्र के न्यू विक्रमशिला कॉलोनी वाले मकान में पांच किरायेदार रह रहे हैं. सीबीआई ने 15 दिनों के अंदर सभी किराएदारों को मकान खाली करने का निर्देश दिया है, नहीं तो कुर्की जब्ती के दौरान उनपर भी मामला दर्ज हो सकता है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

कब हुआ खुलासा?
गौरतलब है कि 8 अगस्त 2017 को सृजन घोटाला का खुलासा हुआ था. उस वक्त के जिला नजारत शाखा के तत्कालीन नाजिर अमरेंद्र कुमार यादव के बयान पर तिलकामांझी थाना में 10.26 करोड़ सरकारी राशि की अवैध निकासी का मामला दर्ज हुआ था. यह मामला तत्कालीन जिलाधिकारी तिरमारे के निर्देश पर दर्ज हुआ. बता दें कि इसमें आरोप था कि जिलाधिकारी का फर्जी हस्ताक्षर कर चेक पटल बाबू रोड के इंडियन बैंक में शाखा में जमा किया गया. जिसके बाद यह चेक सरकारी खाता में जमा न होकर सृजन संस्था के खाते में जमा हो गया.

2100 करोड़ की राशि का गबन
मामला सामने आने के बाद डीएम ने तीन सदस्यीय कमेटी से इसकी जांच कराई थी. इसके बाद इस घोटाले का खुलासा होता गया. जब तक पूरा मामला सामने आता तब तक करीब 2100 करोड़ से अधिक राशि का गबन हो चुका था.

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