लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों को अनुशासन का पाठ भले ही कितना पढ़ाया जाए, लेकिन उनके आचरण से यात्री ही नहीं रोडवेज के अधिकारी तक हलकान हैं. कर्मचारी का अधिकारी के साथ अभद्रता करने का ऐसा ही एक मामला सामने आया है. अफसर से बार-बार कहासुनी करते हुए अभद्र व्यवहार करना कर्मचारी को भारी पड़ गया. चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक प्रशांत दीक्षित की शिकायत पर उपनगरीय डिपो में तैनात सहायक यातायात निरीक्षक उमेश सिंह को सीनियर अफसर ने सस्पेंड कर दिया है.
परिवहन निगम लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी की ओर से की गई निलंबन की कार्रवाई के बाद सहायक यातायात निरीक्षक से अब बसों की चेकिंग के बजाय लिपिकीय कार्य लेने के आदेश हुए हैं. इस मामले में एआरएम प्रशांत दीक्षित ने आरोप लगाते हुए बताया कि लगातार आदेशों को दरकिनार किया जा रहा था. जिसके चलते कार्रवाई की गई है. यहीं नहीं कार्यालय आदेश में नौ विभिन्न प्रकार के आरोप लगाते हुए उनका निलंबन किया गया है. आरोप है कि निलंबन के बाद दोषी लिपिक अपनी पत्नी को लेकर चारबाग पहुंचा और एआरएम से दोबारा कहासुनी करने का उसका वीडियो सामने आया है. अधिकारियों की तरफ से अब और भी कड़ी कार्रवाई किए जाने की तैयारी है.
रोडवेज अधिकारी से ATI ने की अभद्रता, सीनियर अफसर ने किया सस्पेंड, अब मिली यह जिम्मेदारी - Transport Department
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Apr 13, 2024, 9:52 PM IST
चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक प्रशांत दीक्षित की शिकायत पर (TRANSPORT DEPARTMENT) उपनगरीय डिपो में तैनात सहायक यातायात निरीक्षक उमेश सिंह को सीनियर अफसर ने सस्पेंड कर दिया है.
अब इलेक्शन में नहीं जाएंगी अनुबंधित बसें और ड्यूटी से दूर रहेंगे कर्मचारी : लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान इस बार उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की अनुबंधित बसें और कर्मचारी चुनाव ड्यूटी से दूर रहेंगे. जबकि, परिवहन निगम अपनी सात हजार से ज्यादा बसें सात चरणों के चुनाव में भेजेगा. 12 अप्रैल को परिवहन निगम के एमडी ने एक पत्र जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजा है. जहां रोडवेज की करीब तीन हजार अनुबंधित बसों और प्रदेश भर के डिपो, कार्यशाला और बस स्टेशनों पर तैनात कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी से फ्री रखने का जिक्र है. इस मामले में परिवहन निगम ने दलील दी है कि चुनाव के अलावा सामान्य परिवहन सेवा की निगरानी करने से लेकर संचालन तक और कंट्रोल रूम से लेकर बस चालक-परिचालक के अलावा अधिकारी से लेकर लिपिकों की 100 फीसदी उपलब्धता बनाए रखना है. एमडी के पत्र के बाद तीन हजार के करीब अनुबंधित बस स्वामी और रोडवेज में तैनात 12 हजार के करीब कर्मियों ने राहत की सांस ली है. परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने अनुबंधित बसों को छूट देने पर हामी भर दी है.
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