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छात्रों की मांग के आगे विश्वविद्यालय प्रशासन ने टेके घुटने, चीफ प्रॉक्टर को हटाकर दिए जांच के आदेश

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 13, 2024, 5:12 PM IST

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी (Students protest in prayagraj) ने छात्रों की सभी मांगों को मान लिया है. इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने चीफ प्रॉक्टर को हटाकर जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. छात्र अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे थे.

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प्रयागराज: इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी में पिछले दो हफ्ते से चल रहा छात्रों का धरना प्रदर्शन मंगलवार को उस वक्त समाप्त कर दिया गया, जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की मांग मान ली. छात्रों की मांग के अनुसार, विश्वविद्यालय प्रशासन ने चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह को प्रॉक्टर के पद से हटा दिया और उनकी जगह कार्यवाहक चीफ प्रॉक्टर की तैनाती कर दी. यही नहीं इसके साथ ही चीफ प्रॉक्टर पर लगाए गए छात्र अभिषेक सिंह के आरोपों की जांच के लिए कमेटी भी गठित कर दी गई है. जो एक महीने में जांच पूरी करके रिपोर्ट सौपेंगी. इसी के साथ कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने कई हॉस्टलों में नए वार्डन और अधीक्षक की तैनाती भी कर दी है. साथ ही प्रो केएन उत्तम को कार्यवाहक चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है.

इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी के परास्नातक के छात्र अभिषेक गुप्ता ने आरोप लगाया था, कि चीफ प्रॉक्टर ने 29 जनवरी को प्रॉक्टर कार्यालय में बुलाकर उसके साथ मारपीट और बदसलूकी करने के साथ ही, भद्दी भद्दी गालियां दी थी और कपड़े उतरवाये थे. इसी के साथ प्रॉक्टर के साथ मौजूद उनकी प्रोक्टोरियल बोर्ड के दूसरे मेम्बर्स ने भी छात्र का उत्पीड़न किया था. इसके बाद छात्रों ने साथी को इंसाफ दिलाने के युनिवर्सिटी गेट पर अनवरत धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था. छात्रों के धरने का समर्थन करने के लिए राजनैतिक दलों के साथ ही पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर भी आये हुए थे. छात्र अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे थे.

बैकफुट पर आया विश्वविद्यालय प्रशासन:इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय प्रसाशन बैकफुट पर गया और चीफ प्रॉक्टर को उनके पद से हटा दिया. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र की शिकायत के आधार पर 29 जनवरी की शिकायत की जांच का भी आदेश कर दिया है.6 सदस्यीय जांच कमेटी पूरे मामले की जांच कर के एक महीने में रिपोर्ट देने को कहा गया है.जांच रिपोर्ट के आने के बाद आगे की कार्यवाई की जाएगी. प्रो. शिव मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में जो कमेटी गठित की गयी है उसमें प्रो आई एस रिज़वी, प्रो आदेश कुमार,प्रो चंदा देवी, प्रो प्रियंवदा सिंह सदस्य हैं और असिस्टेंट रजिस्ट्रार सुनील यादव को कन्वेनर बनाया गया है.वहीं, प्रो के एन उत्तम को कार्यवाहक चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है.

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11 हॉस्टलों में बदले गए वार्डन और अधीक्षक:इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी की वीसी प्रो संगीता श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय के 11 हॉस्टलों के वार्डन और अधीक्षक बदले हैं. जिससे हॉस्टलों की व्यवस्था में और सुधार हो सके. वीसी के निर्देश पर रजिस्ट्रार प्रो एन के शुक्ला ने ए. एन झा हॉस्टल का वार्डन प्रो. अनुपम पांडेय को बनाया है. जबकि अधीक्षक डॉ प्रदीप कुमार सिंह को बनाया गया है. इसी तरह से जी एन झा हॉस्टल में वार्डन प्रो मनोज कुमार को और अधीक्षक कुमार पराग को जबकि सहायक अधीक्षक सर्वेश सिंह को बनाया गया है. पीसी बनर्जी हॉस्टल में वार्डन प्रो हर्ष कुमार को सहायक अधीक्षक डॉ. पुष्पक वत्स को बनाया गया है. डायमंड जुबली हॉस्टल में वार्डन प्रोफेसर संतोष कुमार भदोरिया को बनाया गया है. जबकि सहायक अधीक्षक डॉक्टर मनीष कुमार गौतम को बनाया गया है.

इसी तरह से एस एस एल हॉस्टल में वार्डन प्रो वाई पी सिंह को जबकि अधीक्षक डॉ. पवन कुमार शर्मा को बनाया गया है. ताराचंद्र हॉस्टल में वार्डन प्रो. अनिल प्रताप गिरी को बनाया गया है, जबकि अधीक्षक डॉक्टर हरिवंश सिंह को बनाया गया है.वहीं शताब्दी पुरुष हॉस्टल में प्रो. अभय कुमार पांडे को वार्डन और अधीक्षक के पद पर डॉ. राहुल पटेल और सहायक अधीक्षक डॉ. मृत्युंजय राव को बनाया गया है. एसआरके हॉस्टल में प्रो राम मनोहर यादव वार्डन और अधीक्षक डॉ चंद्रांशु सिंह और सहायक अधीक्षक डॉ. आशीष धर त्रिपाठी को बनाया गया है. हिंदू हॉस्टल का वार्डन प्रो. किरण उत्तम को बनाया गया है. जबकि अधीक्षक डॉ महेंद्र तिवारी को बनाया गया है. इंटरनेशनल हॉस्टल में डायरेक्ट डॉ विष्णु प्रभाकर श्रीवास्तव को बनाया गया, जबकि असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ संदीप गोयल को बनाया गया है. वहीं, शताब्दी गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन प्रो प्रियंवदा सिंह को बनाया गया है.

छात्रों ने कहा इन्साफ की हुई जीत:मंगलवार को विश्वविद्यालय प्रसाशन द्वारा चीफ प्रॉक्टर को पद से हटाने और पूरे घटनाक्रम की जांच का आदेश जारी होने के बाद छात्रों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया. छात्रनेता सत्यम कुशवाहा ने बताया, कि उनकी जो मांगे थी उसको विश्वविद्यालय प्रशासन ने मान लिया है.जिसके लिए वो दो हफ्ते से आंदोलन कर रहे थे. छात्र अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर चुके हैं. यह छात्रों की जीत है.

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