पन्ना।पन्ना जिले की पवई जनपद से अजीबोगरीब मामला सामने आया है. रोजगार सहायक को ₹20 हजार की रिश्वत न मिलने के कारण उसने आनंद रानी बाई परिहार को जीवित रहते हुए शासकीय रिकॉर्ड में मृत घोषित कर दिया, जिससे उसकी वृद्धा पेंशन भी बंद हो गई. पन्ना जिले में भ्रष्टाचार कितना विकराल रूप लेता जा रहा है, इसकी ये मिसाल है. कागजों में मृत दर्शाने से दुखी होकर महिला ने कलेक्टर से कहा "देखो, साहब मैं जिंदा हूं लेकिन कागजों में मुझे मृत घोषित कर दिया."
पंचायत सचिव ने मांगी थी 20 हजार रिश्वत
पन्ना जिले की पवई जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बरखेड़ा कला के ग्राम मेहगांव निवासी आनंद रानी परिहार पति दीपक सिंह परिहार उम्र 63 वर्ष के नाम से प्रधानमंत्री आवास पास हुआ था. जिसकी राशि जारी की गई थी. इसमे सतीश कुमार मिश्रा प्रभारी सचिव ग्राम पंचायत बरखेड़ा कला ने ₹20 हजार रिश्वत की मांग की थी. राशि जारी होने पर रिश्वत की मांग कई बार की गई. रिश्वत न मिलने पर हितग्राही दीपक सिंह की धर्मपत्नी आनंद रानी सिंह परिहार को सरकारी दस्तावेज में मृत दर्शा दिया गया.
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