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नई दिल्ली से BJP प्रत्याशी बांसुरी स्वराज ने चुनावी हलफनामे में दिया संपत्ति का ब्यौरा - BANSURI Swaraj Net Worth

By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 1, 2024, 3:46 PM IST

Bansuri Swaraj Property: राजधानी की हॉट सीट नई दिल्ली से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही बांसुरी स्वराज ने अपना नामांकन भर दिया है. चुनावी हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया है.

नई दिल्ली से BJP प्रत्याशी बांसुरी स्वराज
नई दिल्ली से BJP प्रत्याशी बांसुरी स्वराज

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी की नई दिल्ली सीट से प्रत्याशी बांसुरी स्वराज ने मंगलवार को अपना नमांकन दाखिल किया. बीजेपी के दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज पहली बार चुनाव लड़ रही हैं. ऐसे में बांसुरी स्वराज चुनावी हलफनामे में उनके पास संपत्ति में क्या-क्या है, इसका ब्योरा दिया. चुनावी हलफनामे के अनुसार उनके पास करीब 19.3 करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्ति है.

बांसुरी के पास 11.27 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और आठ करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति है. इसमें मां सुषमा स्वराज से विरासत में मिले उनके गहने भी शामिल हैं. सुषमा स्वराज से बांसुरी को 61.23 लाख रुपए का सोना और चार लाख 28 हजार रुपए की चांदी मिली थी. साथ ही बांसुरी को उनके दादा-दादी से भी 77.88 लाख रुपए का सोना और चार लाख 35 हजार 680 रुपए की चांदी मिली थी. इसका भी ब्योरा बांसुरी ने अपने शपथ पत्र में दिया है.

शपथ पत्र में दी गई अन्य जानकारी के अनुसार, बांसुरी के नाम दिल्ली के पॉश इलाके में तीन फ्लैट हैं, जो उनके माता-पिता ने उन्हें विरासत में दिए हैं. इस तरह बांसुरी के पास करीब 8.25 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है. इसके अलावा हरियाणा में कुछ एकड़ पुश्तैनी जमीन भी शामिल है. अपने हलफनामे में 40 साल की बांसुरी स्वराज ने अपनी आमदनी का स्रोत वकील के रूप में मिलने वाली फीस और बैंक में जमा राशि से मिलने वाले ब्याज को बताया है.

इंग्लैंड से प्राप्त की है उच्च शिक्षा:बांसुरी स्वराज ने अपने हलफनामे में बताया है कि उन्होंने इंग्लैंड के प्रतिष्ठित वारविक विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में बीए ऑनर्स और इंग्लैंड के ही प्रतिष्ठित बीपीपी लॉ स्कूल से कानून की पढ़ाई की है. बांसुरी ने इंग्लैंड के ही ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के कैथरीन कॉलेज से मास्टर ऑफ स्टडीज की भी पढ़ाई की है. उन्होंने 2007 में लंदन से बैरिस्टर के रूप में भी योग्यता प्राप्त की है. उन्होंने 2007 में ही बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में अपना पंजीकरण कराया था. इसके बाद से ही वह दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर रही हैं. वह सरकार की ओर से ईडी के वकीलों के पैनल में भी शामिल रही हैं.

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