हरियाणा

haryana

करनाल में दो करोड़ का धान घोटाला, सीएम फ्लाइंग ने किया खुलासा

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 9, 2024, 5:48 PM IST

Karnal Paddy Scam: करनाल में धान घोटाले का मामला सामने आया है. सीएम फ्लाइंग की टीम ने छापेमारी के दौरान 2 करोड़ के धान घौटाले का पर्दा फाश किया है. मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है.

करनाल में दो करोड़ का धान घोटाला
करनाल में दो करोड़ का धान घोटाला

करनाल:सीएम सिटी करनाल में धान घोटाले से हड़कंप मच गया है. तरवाड़ी कस्बे में सीएम फ्लाइंग व खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम ने छापेमारी कर धान घोटाले का भंडाफोड़ किया है. टीम द्वारा फिजिकल वेरिफिकेशन में पत्ता चला है कि सरकार द्वारा अलाट साढ़े 15 हजार क्विंटल धान में से 8,499 क्विंटल धान कम पाया गया. धान की कीमत करीब दो करोड़ बताई जा रही है. DFSC विभाग ने AFSO द्वारा तरावड़ी थाना में मिल मालिकों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है.

करनाल में दो करोड़ का धान घोटाला

सरकार को कम धान की वापस: गौरतलब है कि सीएम फ्लाइंग व डीएफएससी की टीम 7 फरवरी को पहली छापेमारी में तरावड़ी की टीवी फूड में भौतिक निरीक्षण के लिए पहुंची थी. फिजिकल वेरिफिकेशन में डीएफसी के मुताबिक इस मिल को साल 2023-24 धान सीजन के दौरान 34806.37 क्विंटल धान मिलिंग के लिए दी गई थी. इस धान में से 15500 क्विंटल पेड़ी इंचार्ज को सूचना देने के बाद सुखाई व कुटाई के लिए गांव सग्गा स्थित देव इंडस्ट्रीज को भेजी गई थी. बकाया धान में से सरकार को वापस दिए गए धान का स्टॉक चेक किया तो 1832 क्विंटल कम पाई गई थी.

जांच में हुआ खुलासा: दूसरे दिन 8 फरवरी को सीएम फ्लाइंग की टीम गांव सग्गा में देव इंडस्ट्री पर पहुंची. जहां पीवी फ़ूड तरावड़ी के मुनीम दिनेश कुमार ने बताया कि यह परिसर और मशीन देव इंडस्ट्रीज का ही है. पीवी फूड के मालिक पूर्ण चंद्र तरावड़ी के रहने वाले हैं और दूसरे मलिक कृष्णपाल पानीपत में सनौली के रहने वाले हैं. पूर्ण चंद बीमार है जबकि दूसरा बाहर गया हुआ है.

मुनीम नहीं दे पाया कोई जवाब:टीम द्वारा जांच करने पर पाया कि इस मिल को साल 2023-24 में कोई सरकारी धान मिलिंग के लिए अलॉट नहीं हुआ. पीवी फुड का ही साढ़े 15 हजार क्विंटल धान यहां पर सुखाई व कटाई के लिए लाया गया था. जांच के दौरान पाया कि मिल में 680 क्विंटल पेड़ी और 8153 क्विंटल धान में से निकाले गए 5462.95 क्विंटल चावल मौजूद है. ऐसे में 8833 क्विंटल पेड़ी चावल का स्टॉक पाया गया जो रिकॉर्ड के मुताबिक, 15 हजार क्विंटल धान में से 6667 क्विंटल धान कम है. दोनों मिलो में फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद जब इस मामले को लेकर मुनीम से सवाल किया गया तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाया.

घोटाले की शिकायत थाने में दर्ज: डीएफएससी के अधिकारी एएफएसओ रविंद्र सिंह ने बताया कि मिल में धान कम पाया गया है. इस पूरे मामले की शिकायत तरावड़ी थाना में दर्ज कराई गई है. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें:केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसान नेताओं की बैठक में कई मांगों पर बनी सहमति,आगे भी होगी बैठक, दिल्ली कूच अभी टला नहीं

ये भी पढ़ें:हरियाणा ग्रुप-सी भर्ती के चयनित उम्मीदवारों का रात भर होता रहा मेडिकल, अव्यवस्था से स्वास्थ्य विभाग की खुली पोल

ABOUT THE AUTHOR

...view details