टीकाराम जूली के बयान पर भाजपा का पलटवार जयपुर. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मीटिंग में अफसरों को चेताने के मामले में पक्ष और विपक्ष में वार-पलटवार का सिलसिला जारी है. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस बयान पर मुख्यमंत्री को अफसरों के आगे असहाय बताया. इसके बाद भाजपा विधायक जितेंद्र गोठवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि हम सनातन और भगवान पर विश्वास करते हैं, सृष्टि को ही चलाने वाला भगवान है.
राम पर उठाए सवाल :जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि कांग्रेस के आला पदाधिकारी राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अशोक गहलोत तक ने राम सेतु को लेकर सवाल उठाए. वहीं, राम को काल्पनिक बताने वाले कांग्रेसी नेताओं को आलाकमान से राम के पक्ष में बोलने तक के लिए मना किया जा रहा है. गोठवाल ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा सहित तमाम कांग्रेसी नेता राम को नकार रहे हैं, जबकि साफ है कि संपूर्ण सृष्टि भगवान से चल रही है. उस पर भाजपा क्या, सबका विश्वास टिका हुआ है. भाजपा ने प्रभु श्रीराम को स्वीकार किया और कांग्रेस ने सिरे से नकार दिया. जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि एक किसान का बेटा गांव से चलकर पहली बार विधायक बना और प्रदेश के मुखिया के तौर पर कमान संभालते हुए सदन में विपक्ष के छक्के छुड़ा दिए. इससे कांग्रेस की पीड़ा सामने आ रही है.
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एक के बाद एक वादे पूरे :गोठवाल ने कहा कि सीएम ने एक के बाद एक वादों को पूरा करना शुरू कर दिया है. सरकार बनने के साथ ही जनता से किए वादों पर अमल किया और जन हितैषी कार्य लागू कर दिए, फिर चाहे 450 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर योजना हो, पेपर लीक मामले में एसआईटी का गठन हो या फिर कांग्रेस सरकार की ओर से चुनाव से पूर्व 6 माह में किए गए कार्यों की समीक्षा के लिए कमेटी बनाने का मामला हो. गोठवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने महज 48 दिनों में जो जन कल्याणकारी फैसले किए हैं, इससे कांग्रेस पार्टी के नेता बौखला गए हैं. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर सवाल खड़े करने वाले कांग्रेसी नेताओं को अपनी गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए, कांग्रेसी नेताओं को दिल्ली से फरमान दिया जाता है और वे वैसा ही बोल देते है. कांग्रेस पार्टी के नेता दिल्ली में बैठे आला नेताओं को खुश करने के लिए भगवान के विरुद्ध इस तरह का बयान दे रहे हैं.
ये था मामला :बता दें कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से राज्य की ब्यूरोक्रेसी से रूबरू हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनता की समस्याओं के निराकरण को लेकर अफसरों से कहा कि हमसे नहीं तो कम से कम भगवान से तो डरो कि लोगों को अपनी समस्याएं लेकर सरकार तक नहीं पहुंचना पड़े. इधर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के इस बयान को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने निशाना साधा कि मुख्यमंत्री अफसरों के सामने एक प्रकार से असहाय और बेबस हैं. कोई भगवान को तब ही याद करता है, जब सारे रास्ते बंद हो जाते हैं. यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सरकार की ओर से आनन-फानन में स्पष्टीकरण आया. गोठवाल ने कहा कि "मैं यह स्वीकार करता हूं कि यह सरकार राम के भरोसे चल रही है, सृष्टि भगवान के भरोसे चल रही है. इस सृष्टि को चलाने वाले भगवान हैं और हम सनातन को मानने वाले हैं. इन्हें पीड़ा है कि साधारण परिवार का व्यक्ति मुख्यमंत्री कैसे बना और विधानसभा में सवा दो घंटे तक कैसे धज्जियां उड़ाता रहा."