रुद्रप्रयाग: मदमहेश्वर घाटी के राउलेक गांव में अज्ञात बीमारी के कारण पांच दर्जन से अधिक भेड़ बकरियों की मौत से महामारी की आशंका फैल गई है. जानकारी के अनुसार ऊखीमठ विकासखंड की ग्राम पंचायत राउलेक के अंतर्गत माणा टॉप में कुछ दिनों से फैली अज्ञात बीमारी के कारण दर्जनों भेड़ बकरियों की मौत हो चुकी है. भेड़ पालकों को इस बीमारी की अन्य पशुओं के भी संक्रमित होने की चिंता सताने लगी है. सूचना के बाद पशुपालन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और अन्य घायल भेड़-दवाइयां का इलाज व दवाईयां वितरित की गई.
अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से पांच दर्जन से अधिक भेड़ बकरियों की मौत, टेंशन में भेड़ पालक - Goats die in Rudraprayag
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Apr 26, 2024, 5:13 PM IST
|Updated : Apr 26, 2024, 7:21 PM IST
Madmaheshwar valley Goats Die Of Unknown Disease रुद्रप्रयाग के मदमहेश्वर घाटी में अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से करीब पांच दर्जन से अधिक भेड़ बकरियों की मौत हो गई है. जिससे भेड़ पालक काफी परेशान हैं. वहीं पशुपालन विभाग की टीम ने भेड़-बकरियों का इलाज व दवाइयां वितरित की.
गौर हो कि उत्तराखंड में अधिकांश लोगों की आजीविका का मुख्य साधन खेती और पशुपालन है. ऐसे में बीमारी से बकरियों की मौत से सीधे असर भेड़ पालकों पर पड़ना तय है. जो भेड़ पालकों की चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि भेड़ पालक विषम भौगोलिक परिस्थितियों में काम करते हैं, उनकी आजीविका का मुख्य साधन भेड़ पालन है.
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वहीं घटना के संज्ञान में आते ही जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा ने पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग से तत्काल चिकित्सकीय सहायता भेजने की मांग की है. उन्होंने कहा है यदि समय रहते अज्ञात बीमारी पर रोक नहीं लगी तो अन्य भेड़ बकरियां भी बीमारी की चपेट में आ सकती हैं और इससे भेड़ पालकों को भारी नुकसान हो सकता है. इससे उनकी आजीविका भी प्रभावित होगी. उन्होंने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि राउलेक क्षेत्र में तत्काल पशु चिकित्सा अधिकारियों की तैनाती करने को कहा है. जिससे समय रहते इस बीमारी रोकथाम की जा सके. वहीं सूचना पाकर पशुपालन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और भेड़-बकरियों का इलाज व दवाइयां वितरित की.