ऋषिकेश: उत्तराखंड की अनोखी परंपरा लिंगवास पर बनी गढ़वाली फीचर फिल्म पितृकुड़ा 1 मार्च को ऋषिकेश के रामा पैलेस में रिलीज हो रही है. आज यहां उत्तरांचल प्रेस क्लब में फिल्म का ऑफिशियल पोस्टर लांच किया गया. इससे पहले मसूरी और देहरादून में एक माह तक चली फिल्म ने भारी लोकप्रियता हासिल की है.
2 साल में बनके तैयार हुई गढ़वाली फीचर फिल्म पितृकुड़ा :बता दें कि पर्वतीय बिगुल फिल्म के बैनर पर बनी फिल्म पितृकुड़ा के लेखक और निर्देशक प्रदीप भंडारी हैं. डीओपी और एडीटर नागेंद्र प्रसाद और सहायक निर्देशक विजय भारती हैं. फिल्म का बैक ग्राउंड म्यूजिक, डबिंग और फॉली युवा संगीतकार आशीष पंत और उनके साथियों ने तैयार किया है. फिल्म बनने में 2 साल से अधिक का समय लगा है.
भावनात्मक रिश्तों पर बनी है पितृकुड़ा फिल्म:फिल्म के निर्देशक प्रदीप भंडारी ने बताया कि पितृकुड़ा फिल्म परिवार के भावनात्मक रिश्तों पर बनी बहुत मार्मिक फिल्म है, जो बड़े बुजर्गों के प्रति प्रेम और पहाड़ में मौजूद अपनी मूल जड़ों से जुड़े रहने के लिए दर्शकों के दिलों को छूती है. सिल्वर स्क्रीन पर पहली बार लोगों को पितृकुड़ा संस्कार के रूप में प्रदेश की अद्भुत संस्कृति के दर्शन होंगे. उन्होंने कहा कि फिल्म दादा-दादी और पोता-पोती से लेकर प्रत्येक उम्र के दर्शक को मंत्रमुग्ध करेगी. फिल्म के गीत लोगों की जुबान पर छाने लगे हैं.