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अंबाला जिला सिविल अस्पताल में देर रात बिजली गुल, मरीज परेशान, निक्कू वार्ड में शिफ्ट किए गए 3 नवजात

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 1, 2024, 11:32 AM IST

Electricity Fault in SNCU Ward Ambala Hospital: देर रात बार बार बिजली गुल होने से मरीज हुए परेशान, अस्पताल में लगा जनरेटर भी मौके पर नहीं आया काम, बार-बार बिजली जाने से नए जन्मे निक्कू वार्ड के (SNCU) में उपचाराधीन बच्चों पर मंडराया खतरा, अंबाला शहर अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में तीन नवजात बच्चों को अंबाला कैंट नागरिक अस्पताल के निक्कू वार्ड में किया शिफ्ट.

ELECTRICITY FAULT IN NIKKU WARD Ambala
अंबाला जिला सिविल अस्पताल में देर रात बिजली गुल.

अंबाला जिला सिविल अस्पताल में देर रात बिजली गुल

अंबाला: हरियाणा के अंबाला शहर के जिला सिविल अस्पताल में बुधवार, 31 जनवरी की देर रात बार-बार बिजली गुल होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा. हैरानी की बात यह है कि अस्पताल में लगा जनरेटर भी मौके पर नहीं आया काम. बार-बार बिजली जाने से निक्कू वार्ड (SNCU) में नवजात शिशुओं के इलाज में परेशानी हो रही थी. ऐसे में अंबाला जिला सिविल अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में तीन नवजात शिशुओं को अंबाला कैंट नागरिक अस्पताल के निक्कू वार्ड में शिफ्ट कराया.

गौर रहे कि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवा रखी हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते अंबाला शहर के जिला अस्पताल में देर रात बिजली व्यवस्था गड़बड़ाने से हड़कंप मच गया. इतना ही नहीं लाखों रुपए से लगाया गया जनरेटर भी सफेद हाथी साबित हुए. बार-बार लाइट जाने से अंबाला शहर के जिला सिविल अस्पताल में जहां मरीजों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा. वहीं, निक्कू वार्ड की स्पेशल निक्कू केयर यूनिट (SNCU) में उपचाराधीन शिशुओं को खतरा पैदा हो गया.

वहीं, अस्पताल की पीएमओ डॉक्टर संगीता गोयल ने बताया कि रात 9 बजे उन्हें एक डॉक्टर का फोन आया था, कि अस्पताल में बार-बार बिजली ट्रिपिंग हो रही है. ऐसे में अस्पताल के निक्कू वार्ड के नवजात शिशुओं को तुरंत अंबाला कैंट के नागरिक अस्पताल में सुरक्षा की दृष्टि से शिफ्ट किया गया. उसके बाद फिलहाल बिजली व्यवस्था को ठीक कर दिया गया है.

अंबाला शहर नागरिक हस्पताल में इमरजेंसी के लिए जनरेटर लगाया गया है. दरअसल लाइट कभी भी किसी भी कारण से गुल हो सकती है, ऐसी स्थिति से निपटने के लिए ही जनरेटर लगाया जाता है. जब ऐसी स्थिति में जनरेटर भी काम न आए तो मरीजों की जान पर भी बन सकती है.

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