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लॉकडाउन में 4000 रुपए की वर्दी खरीद खूब गांठा रौंब, पांचवीं पास फर्जी इंस्पेक्टर को उसी वर्दी ने पकड़वाया; रो-रोकर बताई कारगुजारी

आगरा पुलिस ने एक फर्जी इंस्पेक्टर को दबोचा है. पूछताछ में उसने जो बताया उसे जानकर पुलिस भी हैरान है. चलिए जानते हैं पूरी खबर के बारे में.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 2, 2024, 9:37 AM IST

Updated : Feb 2, 2024, 10:11 AM IST

आगराःआगरा दिल्ली हाइवे स्थित अबू उलाह दरगाह कट के पास एक इंस्पेक्टर वाहनों की चेकिंग कर रहा है. ये जानकारी जब न्यू आगरा थाना पुलिस को मिली तो डिवीजन चौकी इंचार्ज मांगेराम दौड़ कर मौके पर पहुंचे. उन्होंने मोबाइल से फोटो लेकर चालक चालान का डर दिखाने वाले थ्री स्टार का रौब देखा तो ठिठक गए. उसे लगा कि, कोई इंस्पेक्टर है. मगर, उसके वर्दी पहनने के ढंग ने पोल खोल दी. जब दारोगा ने थ्री स्टार लगाए वाहन चेकिंग करने वाले इंस्पेक्टर से इसका बैच पूछ लिया तो वो सकपका गया जिससे उसका राज खुल गया. पुलिस ने आरोपित को पकड़ लिया. उसने बताया कि वह पांचवीं पास है, यहां कमाई के लिए आया था. वर्दी उसने लॉकडाउन में रौंब गांठने के लिए चार हजार रुपए में खरीदी थी.

डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि न्यू आगरा थाना की चौकी डिवीजन इंचार्ज मांगेराम ने फर्जी इंस्पेक्टर को पकड़ा है. आरोपी इंस्पेक्टर वर्दी पहने और कंधे पर स्टार लगे थे. वो जूते भी पुलिस वाले थे. जब दारोगा वाहन चेकिंग कर रहे थ्री स्टार को देखा तो पहले सकपका गया. बाद में जब पूछताछ की तो थ्री स्टार ने अपना नाम देवेंद्र उर्फ राजू बताया. कहा कि वह राजपुर चुंगी, राजेश्वर मंदिर के पास का निवासी है. उसकी उम्र 34 साल है. उसे हिरासत में ले लिया गया.

चार हजार रुपए में बन गया फर्जी इंस्पेक्टर
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने जूते सहित पूरी वर्दी चार हजार रुपये में बिजलीघर के पास से खरीदने की जानकारी दी. उसे लगा कि मोबाइल से फोटो खींचकर ऑटो चालकों को डराएगा. चालान के डर से वे कुछ न कुछ देंगे. इन दिनों आर्थिक तंगी से गुजर रहा था इसलिए, करबला कट के पास से गाड़ियां सवारियां लेती हैं. वहां कोई स्टापेज नहीं है. वहां चेकिंग करने आया था ताकि वसूली कर सके. पुलिस ने उसे दबोच लिया. पुलिस ने आरोपित के खिलाफ रंगदारी और धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है. आरोपित के पास से 2015 रुपये भी बरामद किए गए. ये रकम उसने ऑटो वालों से वसूली थी. आरोपित के खिलाफ हरीपर्वत थाने में पहले से चोरी का एक मुकदमा दर्ज है.

कोरोना काल में खरीदी थी वर्दी
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि आरोपित फर्जी इंस्पेक्टर पांचवीं पास है. कोरोना काल के लॉकडाउन में उसने वर्दी खरीदी थी क्योंकि, उस समय उस समय वर्दी पहनकर निकलने पर कोई उसे रोकता नहीं था. वर्दी में ऑटो में बैठने पर चालक किराया नहीं मांगता था. किसी भी वाहन को हाथ देकर रुकवा लेता था. कोई किराया नहीं लेता था. वर्दी पहनकर किसी दुकान में घुस जाए. सामान में डिस्काउंट मिल जाता है. इस वर्दी की बदौलत उसने खूब कमाई की.

Last Updated : Feb 2, 2024, 10:11 AM IST

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