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बीजेपी नेता स्कूल की कक्षाओं में पहुंचकर बच्चों को बता रहे हैं केंद्र सरकार की उपलब्धियां, जेएमएम और माले ने जतायी आपत्ति

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 11, 2024, 12:43 PM IST

Updated : Feb 11, 2024, 2:01 PM IST

BJP leaders in School classes in Giridih. मिशन 2024 में जुटी बीजेपी गांव-गांव जा रही है. ग्रामीणों को बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने किस तरह से विकास कार्य किए हैं. इसी क्रम में बीजेपी कार्यकर्ता भी सरकारी स्कूलों में पहुंच रहे हैं और बच्चों को सरकार की उपलब्धियों के बारे में बता रहे हैं. अब इस अभियान को लेकर गिरिडीह में विवाद हो गया है, पढ़ें पूरा मामला.

BJP workers in School classes
BJP workers in School classes

बीजेपी नेता बच्चों को बता रहे केंद्र सरकार की उपलब्धियां

गिरिडीह: वर्ष 2024 में होने वाले आम चुनाव की तिथि की घोषणा जल्द की जायेगी. ऐसे में बीजेपी मिशन 2024 का काम युद्धस्तर पर कर रही है. पार्टी के सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता गांव-गांव जा रहे हैं. 'चलो गांव की ओर' अभियान के तहत नेता मतदाताओं को आकर्षित करने में जुटे हैं. इस कार्यक्रम से उत्साहित होकर बीजेपी नेता और कार्यकर्ता अब सरकारी स्कूलों में पहुंच रहे हैं. स्कूलों में बच्चों को बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किस तरह के विकास कार्य किये हैं. ऐसे ही दो बीजेपी नेताओं के वीडियो भी सामने आए हैं. इसे लेकर अब झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ-साथ माले ने भी आपत्ति दर्ज कराई है.

क्या है मामला?

पहला वीडियो गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र के बक्शीडीह बूथ संख्या 192 (उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बक्शीडीह) का है. वीडियो में दिख रहा है कि बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव यहां पहुंचते हैं. वह अपने समर्थकों के साथ बच्चों की कक्षा में जाकर आजादी के सौ वर्ष और मिशन 2047 पर चर्चा करते हैं. इस दौरान बच्चों की समस्याओं पर भी चर्चा की जाती है. इसी तरह दूसरा वीडियो गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र के पचंबा स्थित शारदा गर्ल्स मिडिल स्कूल का है. यहां भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य चुन्नूकांत पहुंचे. वे वहां लड़कियों से उनकी शिक्षा के बारे में चर्चा करते हैं, मतदान के प्रति जागरुकता पर चर्चा करते हैं और पीएम मोदी द्वारा किए गए कार्यों पर भी चर्चा करते हैं. यह चर्चा तब होती है जब बच्चों की कक्षा का समय होता है.

बच्चों को अकेला छोड़ दो: माले

माले नेता राजेश सिन्हा का कहना है कि बीजेपी स्कूलों में 2024 चुनाव की तैयारी कर रही है. गांव-गांव अभियान चलाओ लेकिन स्कूल छोड़ दो. माले से जुड़े कन्हैया सिंह ने भी इस मामले की जांच की मांग की है.

झामुमो ने की कार्रवाई की मांग

झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने प्रचार के इस तरीके पर न सिर्फ आपत्ति दर्ज करायी है, बल्कि दोषियों पर कार्रवाई की मांग भी की है. उनका कहना है कि दो दिन पहले ही प्रशासन के माध्यम से उन्हें चुनाव आयोग की जानकारी मिली है, जिसमें स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि बच्चों को राजनीतिक कार्यों में शामिल नहीं किया जाये. इसके बावजूद बीजेपी नेता स्कूलों में प्रचार कर रहे हैं. सवाल सिर्फ स्कूल प्रबंधन का नहीं बल्कि प्रशासन और शिक्षा विभाग का भी है. आखिर किसकी इजाजत से बीजेपी नेता क्लास टाइम में न सिर्फ स्कूल में घुसे बल्कि बच्चों के बीच जाकर सरकार की नीतियों का बखान भी किया. अगर उन्हें सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताना था तो उन्हें बच्चों के अभिभावकों से मिलना चाहिए था, न कि बच्चों की कक्षाओं में व्यवधान उत्पन्न कर स्कूल को राजनीतिक प्रचार-प्रसार का अड्डा बनाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषी प्रिंसिपल और हेडमास्टर के खिलाफ कार्रवाई भी होनी चाहिए. जिलाध्यक्ष ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.

क्या कहते हैं बीजेपी नेता?

इस विषय पर बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य चुन्नूकांत ने कहा कि दुष्प्रचार का आरोप गलत है. वे बच्चों को मतदाताओं को जागरूक करने, बच्चों की शिक्षा के संबंध में जानकारी लेने और शिक्षा के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए स्कूल गये थे. इससे पहले भी वह जागरुकता कार्यक्रमों के लिए स्कूल जाते रहे हैं. भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव से भी प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया गया. उन्हें तीन बार फोन मिलाया गया, तीनों बार घंटी बजी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

क्या कहते हैं बीजेपी जिलाध्यक्ष?

इस विषय पर भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे से प्रतिक्रिया ली गयी. उन्होंने कहा कि बीजेपी गांव-गांव घूमकर मोदी सरकार के कामों का फीडबैक ले रही है. हर वर्ग से सलाह ली जा रही है और सुझाव केंद्र को भेजे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों से भी अनुभव लिये जा रहे हैं. अभी आचार संहिता नहीं लगी है इसलिए हम स्कूल जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर लोग स्कूल के अंदर जाकर बच्चों को कोई संदेश देना चाहते हैं तो दे सकते हैं, लेकिन क्लास के अंदर पार्टी का संदेश देना उचित नहीं है.

क्या कहते हैं प्रिंसिपल?

शारदा गर्ल्स मध्य विद्यालय के प्रिंसिपल अशोक मिश्रा का कहना है कि शनिवार को वरिष्ठ वकील चुन्नूकांत कुछ स्थानीय लोगों के साथ उनके स्कूल आए थे. उन्होंने कहा कि वह बच्चों से अपील करेंगे कि वे अपने परिवार के सदस्यों को मतदान के प्रति जागरूक करें. अब उन्होंने क्लास के अंदर बच्चों को क्या जानकारी दी? ये उन्हें नहीं पता.

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Last Updated : Feb 11, 2024, 2:01 PM IST

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