भरतपुर.उत्तर प्रदेश व हरियाणा के बॉर्डर जिले भरतपुर और डीग में अब क्राइम कंट्रोल करने के लिए भरतपुर आईजी राहुल प्रकाश ने आम जनता तक सीधी पहुंच बनाने का रास्ता निकाला है. अब आमजन भी किसी भी अपराधी और साइबर ठग के बारे में सीधे आईजी तक सूचना पहुंचा सकेंगे. खास बात यह है कि सूचना पहुंचाने वाले किसी व्यक्ति की पहचान उजागर नहीं की जाएगी और पुलिस सूचना मिलते ही अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई कर सकेगी.
असल में आईजी राहुल प्रकाश ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक मोबाइल नंबर शेयर किया है. नंबर साझा करने के साथ ही आईजी राहुल प्रकाश ने जनता से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह के अपराधी या साइबर अपराधियों के बारे में प्रदर्शित नंबर के माध्यम से व्हाट्सएप पर जानकारी दे सकता है. सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी.
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साइबर अपराध बड़ी चुनौती: डीग जिले का मेवात क्षेत्र पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. मेवात में साइबर ठगी के साथ ही, गोतस्करी, हथियार तस्करी, सेक्सटोर्शन जैसे गंभीर प्रवृत्ति के अपराधी गहरी जड़ जमाए हुए हैं. ऐसे में अपराधियों की सटीक जानकारी कम समय में पुलिस तक पहुंचाने के लिए आईजी प्रकाश का यह कदम कारगर साबित हो सकता है. मेवात के अपराध की वजह से ना केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश में पुलिस की छवि और कार्यप्रणाली पर सवाल उठते रहे हैं. गौरतलब है कि डीग जिले का मेवात क्षेत्र राजस्थान के जामताड़ा के रूप में कुख्यात है. यहां के साइबर अपराधियों ने देश के अधिकतर राज्यों के लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है. इतना ही नहीं आम जनता के साथ ही पुलिस अधिकारी राजनेताओं तक को नहीं छोड़ा है.