नई दिल्ली :भारतीय टीम में खेलने का हर खिलाड़ी का सपना होता है और सपना सच होने के बाद जब टीम से बाहर आ जाएं और मौके न मिले तो हर किसी को दुख होता है. ऐसा ही एक दुख मनोज तिवारी का सामने निकलकर आया है. भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने बड़ी बात बोली है. उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अपने प्रति रवैये के लिए निराशा व्यक्त की है.
मनोज तिवारी ने सोमवार को प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लिया है. उसके बाद उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि उन्हें 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगाने और प्लेयर ऑफ द मैच चुने जाने के बाद भी लगातार 14 मैचों तक बाहर क्यों रखा गया. उन्होंने आगे इंटरव्यू में कहा कि 2012 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनको नजर अंदाज किया गया. जबकि विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना रन बनाने में संघर्ष कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि मैरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है. मैं मौका मिलने पर धोनी से जरूर पूछूंगा कि मुझे शतक लगाने के बाद टीम से बाहर क्यों रखा गया. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जहां किसी से रन नहीं बन रहे थे न तो विराट कोहली न ही रोहित शर्मा और न धोनी. इसके साथ ही उनको टेस्ट कैप न मिलने का भी काफी दुख है. उन्होंने प्रैक्टिस मैचों में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ अपने आंकड़ों के बारे में बताते हुए कहा कि घरेलू क्रिकेट में भी उनके शानदार प्रदर्शन के कारण युवराज सिंह को चुना गया.