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अमेरिका ने इराक, सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया ठिकानों पर जवाबी हमले किए

By ANI

Published : Feb 3, 2024, 7:30 AM IST

US Launches Retaliatory Strikes : पिछले सप्ताहांत जॉर्डन में तीन अमेरिकी सैनिकों को मारने वाले ड्रोन हमले पर अमेरिका की जवाबी कार्रवाई शुरू हो गई है. अमेरिकी सेना ने शुक्रवार को इराक और सीरिया में 85 ठिकानों पर बड़े हवाई हमले किए. व्हाइट हाउस की घोषणा के मुताबिक यह ऑपरेशन लगभग 30 मिनट तक चला और सफल रहा.

US Launches Retaliatory Strikes
प्रतिकात्मक तस्वीर. (ANI)

वाशिंगटन : सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य पूर्व में बढ़े तनाव के जवाब में, संयुक्त राज्य अमेरिका ने इराक और सीरिया दोनों में मिलिशिया ठीकानों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले शुरू किए हैं. यह ईरान समर्थित मिलिशिया के खिलाफ अधिक महत्वपूर्ण हमलों की एक श्रृंखला की शुरुआत मानी जा रही है. दो अमेरिकी अधिकारियों ने इन जवाबी कदमों के शुरू होने की पुष्टि की है.

हवाई हमले रविवार को जॉर्डन में अमेरिकी सैन्य चौकी पर ईरान समर्थित आतंकवादियों की ओर से किए गए ड्रोन हमले के बाद हुए. इन ड्रोन हमलों में तीन अमेरिकी सेवा सदस्यों की मौत हो गई थी. इसमें 40 से अधिक अन्य घायल हो गए थे. राष्ट्रपति जो बाइडेन के शहीद सैनिकों के सम्मान में एक समारोह में भाग लेने और उनके शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात के तुरंत बाद यह जवाबी कार्रवाई की गई.

अधिकारियों ने कहा कि ये हमले हाल के हफ्तों में ईरानी समर्थित मिलिशिया के खिलाफ पिछली कार्रवाइयों से अधिक घातक हैं. इन हमलों के केंद्र में हथियार भंडारण या प्रशिक्षण से संबंधित स्थान थे. जानकारों का मानना है कि गाजा में चल रहे इजराइल-हमास युद्ध के बीच अमेरिका ईरान के साथ पूर्ण पैमाने पर संघर्ष से बचना चाहता है. इसके साथ ही ईरान समर्थित मिलिशिया के आगे के हमलों को रोकने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में बाइडेन प्रशासन का लक्ष्य एक नाजुक संतुलन बनाये रखना है.

रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने बहुस्तरीय प्रतिक्रिया का संकेत देते हुए कहा कि स्थिति क्या है, इसके आधार पर हमारे पास कई स्तरों पर प्रतिक्रिया देने की क्षमता है. प्रशासन ईरान समर्थित मिलिशिया की क्षमताओं को स्वीकार करता है, लेकिन प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देने की अपनी क्षमता में बेहतर ताकत का दावा करता है. जैसा कि सीएनएन ने रिपोर्ट किया है.

ऑस्टिन ने ईरान समर्थित मिलिशिया का जिक्र करते हुए कहा कि उनके पास बहुत क्षमता है. हमारे पास बहुत अधिक है. इससे पहले राष्ट्रपति बाइडेन पर अमेरिकी सैनिकों की मौतों पर जवाबी करने और मिलिशिया हमलों को निर्णायक रूप से रोकने का दबाव बढ़ रहा था. ईरान समर्थित आतंकवादियों ने अक्टूबर से अब तक 160 से अधिक बार अमेरिकी सैन्य सुविधाओं को निशाना बनाया है, जिससे कुछ रिपब्लिकन सांसदों ने ईरान के अंदर सीधे हमले की वकालत की है. हालांकि, बाइडेन प्रशासन पहले से ही अस्थिर क्षेत्र में और अधिक तनाव से बचने के लिए आनुपातिक प्रतिक्रिया पर जोर देता रहा है.

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