दिल्ली

delhi

यूक्रेन पर बम बरसाने वाले रूस यूएन में लेकर आया प्रस्ताव, कहा- अंतरिक्ष में नहीं रखें जायें हथियार - Russia On Weapons In Space

By PTI

Published : May 2, 2024, 7:40 AM IST

Updated : May 2, 2024, 8:05 AM IST

Russia On Weapons In Space: एसोसिएटेड प्रेस की खबर के मुताबिक, बुधवार को प्राप्त रूसी मसौदा प्रस्ताव, यूएस-जापान के प्रस्ताव से भी आगे जाता है, जिसमें न केवल हथियारों को अंतरिक्ष में तैनात होने से रोकने के प्रयासों का आह्वान किया गया है, बल्कि अंतरिक्ष में खतरे या बल के उपयोग को रोकने के लिए भी कहा गया है.

Russia On Weapons In Space
रूस के राष्ट्रपति पुतिन फाइल फोटो. (IANS)

संयुक्त राष्ट्र: रूस ने अंतरिक्ष में हथियारों की दौड़ को रोकने के लिए अमेरिका-जापान के प्रस्ताव को वीटो करने के एक सप्ताह बाद एक संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव पेश किया है. इस प्रस्ताव में सभी देशों से अंतरिक्ष में हथियार रखने से रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया गया है. रूस के प्रस्ताव में कहा गया है कि अंतरिक्ष से पृथ्वी के विरुद्ध और पृथ्वी से बाहरी अंतरिक्ष में वस्तुओं के विरुद्ध हथियार तैनात करना शामिल होना चाहिए.

रूस के संयुक्त राष्ट्र राजदूत वासिली नेबेंजिया ने जब अमेरिका-जापान मसौदे को वीटो किया तो उन्होंने सुरक्षा परिषद को बताया कि यह अंतरिक्ष में सभी प्रकार के हथियारों पर प्रतिबंध लगाने के लिए पर्याप्त नहीं है. वीटो किए गए प्रस्ताव में केवल परमाणु हथियारों सहित सामूहिक विनाश के हथियारों पर ध्यान केंद्रित किया गया और अंतरिक्ष में अन्य हथियारों का कोई उल्लेख नहीं किया गया.

इसने सभी देशों से अंतरिक्ष में परमाणु हथियार या सामूहिक विनाश के अन्य हथियारों को विकसित या तैनात न करने का आह्वान किया. इसमें उन हथियारों का जिक्र है जो 1967 की अंतरराष्ट्रीय संधि के तहत प्रतिबंधित है. इस संधि को अमेरिका और रूस ने मंजूरी दी थी. दोनों देशों ने इसके अनुपालन को मजबूती से लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया था.

24 अप्रैल को यूएस-जापान प्रस्ताव पर मतदान होने से पहले, रूस और चीन ने एक संशोधन का प्रस्ताव रखा, जो सभी देशों, विशेष रूप से अंतरिक्ष क्षमताओं वाले देशों को अंतरिक्ष में हथियारों की नियुक्ति और खतरे को हमेशा के लिए रोकने का आह्वान करता है.

वोट में 7 देश पक्ष में, 7 देश विपक्ष में थे, और एक देश अनुपस्थित रहा और संशोधन पारित नहीं हो सका. क्योंकि इसे पारित करने के लिए 15-सदस्यीय सुरक्षा परिषद में न्यूनतम 9 वोट की जरूरत थी. अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने मतदान के बाद परिषद को बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि मॉस्को का अंतरिक्ष में परमाणु हथियार तैनात करने का कोई इरादा नहीं है.

उन्होंने कहा कि आज का वीटो सवाल उठाता है: क्यों? क्यों, यदि आप नियमों का पालन कर रहे हैं, तो क्या आप ऐसे प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेंगे जो उनकी पुष्टि करता हो? उसने पूछा, आप संभवतः क्या छिपा रहे होंगे? यह चकित करने वाला है. और यह शर्म की बात है.

पुतिन फरवरी में व्हाइट हाउस की पुष्टि पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि रूस ने परेशान करने वाली उपग्रह-विरोधी हथियार क्षमता हासिल कर ली है, हालांकि ऐसा कोई हथियार अभी तक चालू नहीं हुआ है. रूस के संयुक्त राष्ट्र राजदूत वासिली नेबेंजिया ने वीटो लगाने के बाद कहा कि अमेरिकी-जापान प्रस्ताव चेरी ने सामूहिक विनाश के हथियार चुने हैं.

उन्होंने कहा कि अगर हम याद करें कि अमेरिका और उनके सहयोगियों ने कुछ समय पहले बाहरी अंतरिक्ष में हथियार रखने की योजना की घोषणा की थी, तो अमेरिका और जापान की अधिकांश कार्रवाइयां स्पष्ट हो जाती हैं. नेबेंजिया ने अमेरिका पर बाहरी अंतरिक्ष में हथियार रखने के खिलाफ संधि के लिए 2008 से रूसी-चीनी प्रस्ताव को अवरुद्ध करने का भी आरोप लगाया.

थॉमस-ग्रीनफील्ड ने रूस पर परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने के लिए वैश्विक संधियों को कमजोर करने, गैर-जिम्मेदाराना ढंग से खतरनाक परमाणु बयानबाजी करने, अपने कई हथियार नियंत्रण दायित्वों से दूर जाने और हथियार नियंत्रण या जोखिम में कमी के आसपास ठोस चर्चा में शामिल होने से इनकार करने का आरोप लगाया.

रूसी मसौदा प्रस्ताव का अधिकांश हिस्सा बिल्कुल अमेरिकी-जापान मसौदा जैसा ही है, जिसमें अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ को रोकने की भाषा भी शामिल है. यह सभी देशों, विशेष रूप से प्रमुख अंतरिक्ष क्षमताओं वाले देशों से बाहरी अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग और बाहरी अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ की रोकथाम के उद्देश्य में सक्रिय रूप से योगदान करने का आह्वान करता है. थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि दुनिया अभी अंतरिक्ष में परमाणु विस्फोट के विनाशकारी परिणामों को समझने लगी है.

ये भी पढ़ें

Last Updated :May 2, 2024, 8:05 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details