वाशिंगटन: अमेरिकी कांग्रेस की सौदे की समीक्षा के लिए 30 दिन की अवधि शुक्रवार को खत्म हो गई. इसके बाद भारत को गोला-बारूद के साथ 31 एमक्यू-9बी स्काईगार्डियन सशस्त्र ड्रोन बेचने के लिए अगला कदम उठाने का रास्ता अब साफ हो गया है. ये सशस्त्र ड्रोन खुफिया जानकारी जुटाने, निगरानी, टोही और भूमि, वायु और समुद्री युद्ध के लिए हैं. भारत के पास इनमें से दो ड्रोन - एमक्यू-9ए - निर्माता जनरल एटॉमिक्स से कंपनी-लीज और ऑपरेशन के आधार पर हैं.
भारत ने गोला-बारूद के साथ ड्रोन के जिस पूरे पैकेज की मांग की है, उसकी अनुमानित लागत 3.99 अरब डॉलर होगी. ड्रोन 161 एम्बेडेड ग्लोबल पोजिशनिंग और इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम के साथ आएंगे; 35 एल3 रियो ग्रांडे कम्युनिकेशंस इंटेलिजेंस सेंसर सूट; 170 एजीएम-114आर हेलफायर मिसाइलें; 16 एम36ई9 हेलफायर कैप्टिव एयर ट्रेनिंग मिसाइलें; 310 जीबीयू-39बी/बी लेजर छोटे व्यास वाले बम और आठ जीबीयू-39बी/बी एलएसडीबी गाइडेड टेस्ट वाहन लाइव फ्यूज के साथ.