नई दिल्ली :शून्य कैलोरी वाली नियमित चीनी की तुलना में लगभग 300-400 गुना अधिक मीठा माने जाने वाले कृत्रिम स्वीटनर सैकरीन का एक दिन में 5 ग्राम से अधिक सेवन घातक हो सकता है. लेकिन कृत्रिम मिठास के कारण अचानक होने वाली मौतें नहीं होती हैं. डॉक्टरों का तर्क है कि अभी तक रिपोर्ट नहीं की गई है.
उन्होंने पंजाब के पटियाला में एक 10 वर्षीय लड़की के दुखद मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसकी पिछले महीने अपने जन्मदिन का केक खाने के बाद मृत्यु हो गई थी, जो कथित तौर पर सैकरीन की उच्च सांद्रता के साथ पकाया गया था. ऑनलाइन खरीदे गए चॉकलेट केक को खाने के बाद लड़की का पूरा परिवार भी बीमार पड़ गया था.
सर गंगा राम अस्पताल के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. एम वली ने आईएएनएस को बताया कि 'सामान्य मात्रा में, सैकरीन घातक नहीं है, लेकिन उच्च मात्रा, विशेष रूप से एक दिन में पांच ग्राम से अधिक बहुत घातक होगी। और यह किसी भी तैयारी का हिस्सा हो सकता है जिसे ठीक से मिश्रित नहीं किया गया है.'
एक्स पर एक पोस्ट में हेपेटोलॉजिस्ट डॉ. एबी फिलिप्स ने कहा 'उच्च स्तर की सैकरीन खपत' से मनुष्यों के अचानक मरने की कोई प्रकाशित या प्रलेखित रिपोर्ट नहीं है. पशु मॉडल या मनुष्यों में सैकरीन के कारण अचानक मृत्यु पर कोई अनुभवजन्य साक्ष्य-आधारित रिपोर्ट नहीं है.'
एक्स पर लिवर डॉक्टर के रूप में लोकप्रिय डॉ. एबी ने समझाया कि 'सैकरीन और अन्य कृत्रिम मिठास को आम तौर पर सुरक्षित माना जाता है और इनका व्यापक परीक्षण किया गया है जो खाद्य उत्पादों में एडिटिव्स के रूप में सुरक्षा को प्रदर्शित करता है. आपके लिए उनके अनुशंसित सेवन में उनका उपयोग करना ठीक है.'
सैकेरिन सोडियम उन छह कृत्रिम मिठासों (एस्पार्टेम, एसेसल्फेम पोटेशियम, सुक्रालोज, नियोटेम और आइसोमाल्टुलोज) में से एक है, जिसे भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) की ओर से 'खाद्य पदार्थों में उपयोग के लिए' अनुमोदित किया गया है.