मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18वीं लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में महागठबंधन (महायुति) के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने के लिए 29 और 30 अप्रैल को दो दिनों के लिए महाराष्ट्र का दौरा करेंगे. सोमवार को वह सोलापुर, कराड और पुणे में और मंगलवार को मालशिरस, धाराशिव और लातूर में प्रचार बैठकें करेंगे. आइए जानते हैं इसके पीछे का सियासी गणित.
पिछले दो चरणों में वोटिंग प्रतिशत को देखते हुए पीएम मोदी को तीसरे और चौथे चरण में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए अथक प्रयास करना होगा. खासकर तीसरे और चौथे चरण में महाराष्ट्र के रायगढ़, बारामती, सोलापुर, सतारा, सांगली, माढ़ा, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, संभाजीनगर, मावल, पुणे, शिरूर, बीड जैसे महत्वपूर्ण लोकसभा क्षेत्रों में मुकाबले होंगे. ये दोनों चरण महायुति के साथ-साथ बीजेपी के लिए भी काफी अहम रहने वाले हैं.
30 को तीन सभाएं करेंगे पीएम :देश भर में चुनाव के कुल सात चरणों में से दो चरण पूरे हो चुके हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र में तीसरे और चौथे चरण के मतदान के लिए सोमवार 29 अप्रैल को कुल 3 और मंगलवार को 3 चुनावी सभाएं करेंगे.
महाराष्ट्र में हैं 48 लोकसभा सीटें : यूपी के महाराष्ट्र सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाला प्रदेश है. यूपी में 80 लोकसभा सीटें हैं उसके बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है, यहां 48 सीटें हैं. लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में राज्य में 7 मई को 11 निर्वाचन क्षेत्रों रायगढ़, बारामती, धाराशिव, लातूर, सोलापुर, माधा, सांगली, सतारा, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, हटकनंगले में चुनाव होने हैं. वहीं चौथे चरण में 13 मई को नंदुरबार, जलगांव, रावेर, जालना, संभाजीनगर, मावल, पुणे, शिरूर, अहमदनगर, शिरडी, बीड जैसे 11 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव हो रहे हैं.
एकनाथ शिंदे और अजित पवार की बगावत के बाद महाराष्ट्र में सियासी गणित बदल गया है. उद्धव ठाकरे और शरद पवार को जनता से सहानुभूति समर्थन मिल रहा है, जिसके बाद भाजपा की चिंता बढ़ गई है. केवल मोदी का चेहरा यहां पार्टी को बचा सकता है. यही वजह है कि मोदी की बैठकें यहां काफी मायने रखती हैं.