कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन... कोटा.राजस्थान के कोटा जिले के कुन्हाड़ी थाना इलाके के लक्ष्मण विहार स्थित एक हॉस्टल में आग लगने के मामले में नगर निगम ने एक्शन लेते हुए हॉस्टल को सीज कर दिया है. साथ ही पुलिस ने हॉस्टल मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. रविवार को हुए इस हादसे में कुछ कोचिंग स्टूडेंट्स झुलस गए हैं. वहीं, आग से बचने के लिए कुछ छात्र हॉस्टल की तीसरी और चौथी मंजिल से ही नीचे कूद गए, जिससे वो घायल भी हुए हैं.
इस मामले में कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने सख्त एक्शन लेकर एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया और हॉस्टल से जांच पड़ताल के तथ्य एकत्रित करवाए गए हैं. दूसरी तरफ, नगर निगम की अग्निशमन अनुभाग ने भी इस हॉस्टल पर कार्रवाई शुरू कर दी है. संचालक को नोटिस देकर हॉस्टल खाली करवाया गया और उसके बाद उसे सीज कर दिया गया है. एसपी डॉ. दुहन का कहना है कि हादसे में जनहानि भी हो सकती थी. ऐसे में मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. एफएसएल टीम ने मौके से साक्ष्य भी एकत्रित किए हैं.
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दो बच्चे गंभीर घायल, शेष को भेजा घर :एसपी डॉ. दुहन के अनुसार हॉस्टल में 75 कमरे हैं जिसमें 61 लोग रहते हैं. इसमें कुछ छात्र के पेरेंट्स भी शामिल हैं. सभी छात्रों को भी कह दिया है कि वह अपने पेरेंट्स को सकुशल होने की सूचना दें. इसके अलावा पुलिस भी छात्रों के परिजनों को बच्चों के सकुशल होने की सूचना दे रही है. घायल बच्चों को अस्पताल ले जाया गया था, इनमें से केवल दो बच्चों को भर्ती किया गया है. शेष को प्राथमिक उपचार के बाद भेज दिया है. हॉस्टल एसोसिएशन के जरिए इन बच्चों को दूसरे हॉस्टल में रुकवाने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि इनके खाने-पीने का इंतजाम किया जा सके.
नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास बिना फायर एनओसी वाले हॉस्टल पर भी गिरने लगी गाज : नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास का कहना है कि उन्होंने मालिक नरेश धाकड़ के हॉस्टल को सीज कर दिया है. इसके अलावा लैंडमार्क सिटी एरिया में ज्ञानदीप व पारस जीवनदीप हॉस्टल, मैस ऑफिस सीज कर दिया है. इन हॉस्टल के पास किसी तरह की कोई फायर एनओसी नहीं थी, इसके अलावा फायर फाइटिंग के उपकरण भी हॉस्टल में लगे हुए नहीं थे. हॉस्टल में इमरजेंसी एग्जिट भी नहीं था. ऐसे में उच्च अधिकारियों ने हॉस्टल को सीज करने के निर्देश दिए थे. इसके अलावा अन्य हॉस्टलों पर भी कार्रवाई की जाएगी. राकेश व्यास का कहना है कि करीब 700 से 800 ऐसे हॉस्टल हैं, जिनके पास फायर एनओसी नहीं है. कई बार इनको नोटिस जारी कर दिए गए हैं, लेकिन यह हॉस्टल संचालक कोई एक्शन नहीं लेते हैं. इन हॉस्टलों को सीज करने की कार्रवाई शुरू की है.
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ये है मामला :रविवार को शहर के कुन्हाड़ी थाना इलाके के लक्ष्मण विहार में स्थित एक हॉस्टल में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई, जिसके चलते पूरे हॉस्टल में धुंआ फैल गया. इसके चलते हॉस्टल में रह रहे स्टूडेंट्स का दम घुटने लगा. ऐसे में ऊपर छत से कूदने, दम घुटने और झुलसने से सात स्टूडेंट्स घायल हो गए. नीचे के फ्लोर पर आग थी, ऐसे में ऊपर के कमरों में रहने वाले स्टूडेंट्स को निकालना मुश्किल था. पहले हॉस्टल के सामने की तरफ से दमकल की लैडर का उपयोग करते हुए छात्रों को निकाला गया, बाद में दमकल ने करीब 7:45 बजे पूरी आग पर काबू पा लिया.
एबीवीपी ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की : हॉस्टल में आग लगने के मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने भी एडीएम प्रशासन मुकेश चौधरी से मुलाकात की. इस दौरान एबीवीपी के महानगर मंत्री पुलकित गहलोत ने कहा कि हॉस्टल में अवैध रूप से अंदर ही ट्रांसफार्मर लगाना व फायर सेफ्टी नहीं होना बड़ी लापरवाही को दर्शाता है. इस मामले में हॉस्टल संचालक के साथ-साथ अन्य विभागों की भी गलती है, जिनके चलते ही कोटा में कोचिंग करने आए विद्यार्थी और उनके पैरेंट्स की जान खतरे में गई थी. ऐसे में उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उन्होंने की है. कोचिंग स्टूडेंट्स को सरकार से आर्थिक मदद भी दिलाने की गुहार की है.