अमृतसर:मोहकमपुरा इलाके में एक परिवार की अपने बेटे की शादी की इच्छाएं उस समय अधूरी रह गईं जब पुलिस प्रशासन, बाल विकास विभाग और बाल महिला कल्याण सोसायटी के अधिकारी पहुंचे और शादी रुकवा दी. अधिकारियों ने बताया कि 14 साल की नाबालिग लड़की की शादी की जा रही थी, जिसे रुकवा दिया गया है. लड़की के माता-पिता नहीं हैं.
अधिकारियों ने बताया कि लड़की 10 महीने से अपने रिश्तेदार के रह रही थी. वह उसकी शादी एक दिव्यांग लड़के से करा रहे थे. युवक चलने-फिरने में पूरी तरह असमर्थ है. ये लड़की उस लड़के की देखभाल कर रही थी. फिर उससे शादी करने की साजिश रची गई. 14 साल की लड़की की शादी की जानकारी जब बाल महिला समिति के पदाधिकारियों को हुई तो उन्होंने बाल विकास अधिकारी और पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर शादी रुकवा दी.
14 साल की लड़की कर रही थी दिव्यांग की देखभाल: मुस्कान महिला कल्याण सोसायटी की अध्यक्ष सपना मेहरा ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि 'हमें फोन आया कि 14- एक साल की बच्ची जिसके माता-पिता नहीं हैं. वह अपने रिश्तेदारों के साथ रह रही है और रिश्तेदार उसकी शादी एक दिव्यांग लड़के से कर रहे हैं. लड़का चलने-फिरने में पूरी तरह असमर्थ है. लड़की उसकी देखभाल कर रही थी. लड़की पिछले 10 महीने से अपने रिश्तेदार के साथ रह रही थी, उन्होंने लड़की की शादी उसी लड़के से कराने की साजिश रची.'
लड़की की शादी दिव्यांग से कराना चाहता था रिश्तेदार: सपना ने बताया कि लड़के की उम्र करीब 21 साल है. शादी का दबाव बनाया जा रहा था. वैसे भी 14 साल की लड़की से कानूनी तौर पर शादी नहीं की जा सकती. बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मीना देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'बाल विवाह हो रहा था. लड़की पहले से ही दिव्यांग लड़के की देखभाल कर रही थी. अब लड़की की शादी उससे की जा रही थी.'