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उम्मीदवारों का पसीना बहा रहा लाहौल स्पीति जिला, 25474 वोटरों के लिए तय करना पड़ रहा 800 KM का सफर - Himachal Pradesh Elections

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : May 11, 2024, 6:53 PM IST

Total Voters in Lahaul Spiti: हिमाचल प्रदेश में क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़े जिला लाहौल स्पीति में इन दिनों लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के चलते प्रत्याशी खूब पसीना बहा रहे हैं. लाहौल स्पीति के 25474 वोटरों के लिए प्रत्याशियों को 800 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है.

Total Voters in Lahaul Spiti
लाहौल स्पीति में चुनाव प्रचार करते भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशी (ETV Bharat)

लाहौल-स्पीति: हिमाचल प्रदेश में जहां इन दिनों लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी विभिन्न इलाकों का रुख कर रहे हैं. वहीं, उपचुनाव के चलते भी दोनों दलों के प्रत्याशी एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में भी विधानसभा के उपचुनाव हो रहे हैं. यहां पर कांग्रेस और भाजपा के द्वारा अपने-अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा गया है. जिससे शीत मरुस्थल में चुनावी जंग काफी रोचक हो गई है.

चुनाव प्रचार के लिए तय करना पड़ रहा है 800 KM का सफर

लाहौल स्पीति जिले के क्षेत्रफल की बात करें तो यह हिमाचल प्रदेश का सबसे अधिक क्षेत्रफल वाला जिला है. यहां प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार करने के लिए खूब पसीना बहाना पड़ रहा है. लाहौल घाटी के मुख्यालय केलांग की बात करें तो इन दोनों यहां से स्पीति जाने के लिए कुंजम दर्रा बर्फबारी के चलते बंद है और बीआरओ के द्वारा उसे बहाल करने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में प्रत्याशियों को लाहौल स्पीति जिले के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में चुनाव प्रचार के लिए आने-जाने में 800 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है. लाहौल स्पीति के मुख्यालय से स्पीति घाटी के मुख्यालय काजा जाने के लिए प्रत्याशियों को अटल टनल रोहतांग से होते हुए कुल्लू, जलोड़ी जोत, आनी, रामपुर, किन्नौर, नाको, मलिंग टॉप और ताबो होते हुए काजा तक पहुंचना पड़ रहा है.

लाहौल-स्पीति में 25474 वोटर

लाहौल स्पीति जिले की जनसंख्या की अगर करें तो लाहौल उपमंडल में 10199, उदयपुर उपमंडल में 8884 और स्पीति उपमंडल में 12445 जनसंख्या है. लाहौल स्पीति जिले में करीब 25474 मतदाता हैं. जिनमें 67% लाहौल और 33% मतदाता स्पीति घाटी में रहते हैं. इस जिले का गठन साल 1960 में हुआ था और यह भारत का सबसे कम आबादी वाला चौथा जिला है. लाहौल स्पीति जिले का कुल क्षेत्रफल 13833 किलोमीटर है. साक्षरता दर में पुरुषों की दर 86.97 प्रतिशत और महिलाओं की दर 66.5 प्रतिशत है. इसके अलावा लाहौल स्पीति जिले में ही दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र ताशी गंग भी है, जो समुद्र तल से 15256 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.

चुनाव प्रचार के लिए बहाना पड़ रहा पसीना

1 जून को हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने हैं, लेकिन बर्फबारी के चलते स्पीति घाटी जिला मुख्यालय केलांग से अभी भी कटी हुई है. ऐसे में कुल्लू, शिमला, किन्नौर जिले से होते हुए प्रत्याशी इन दिनों स्पीति घाटी का रुख कर रहे हैं. स्पीति जाने के लिए लोगों को अटल टनल रोहतांग से कोकसर होते हुए कुंजम दर्रा पार करना पड़ता है, लेकिन बर्फबारी के चलते कुंजम दर्रा अभी तक बहाल नहीं हो पाया है. ऐसे में लोकसभा चुनाव के लिए भी प्रत्याशियों को खूब पसीना बहाना पड़ रहा है.

हेलीकॉप्टर से दौरा कर रहे प्रत्याशी

इसके अलावा मंडी लोकसभा क्षेत्र में भरमौर विधानसभा क्षेत्र भी आता है और वह भी जिला चंबा के दुर्गम इलाकों में शामिल है. अब प्रत्याशियों को चुनावी प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर का भी सहारा लेना पड़ रहा है, ताकि कम समय में अधिक से अधिक इलाकों को कवर किया जा सके. बीते दिन ही कांग्रेस की प्रत्याशी अनुराधा राणा कुल्लू से हेलीकॉप्टर के माध्यम से स्पीति पहुंची थी और उन्होंने स्पीति घाटी में अपना चुनावी प्रचार शुरू कर दिया है. इसके अलावा मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह भी स्पीति घाटी के दौरे पर हैं और लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा उपचुनाव का भी प्रचार किया जा रहा है.

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