खास है उत्तराखंड की बल्दी बग्वाल, होती है गाय-बेलों की पूजा, पौराणिक है परंपरा
दीपावली पर्व को उत्तराखंड में अलग-अलग रीति-रिवाज से मनाया जाता है. दीपावली का पर्व पौराणिक परंपराओं के अनुसार पहाड़ी क्षेत्रों में निवास करने वाले लोग आज भी अपनी संस्कृति और सभ्यता के मुताबिक ही मनाते हैं. एक परंपरा के मुताबिक, दीपावली पर्व पर लोग विभिन्न पकवान बनाते हैं. इसके बाद गाय, बैलों और पेड़ पौधों की पूजा अर्चना करते हैं. कई स्थानों पर तो महालक्ष्मी पूजन के पहले दिन बल्दी बग्वाल मनाई जाती है. इस दिन जौ का आटा, चावल, झंगोरा, भट्ट, गहत की दाल, पूड़ी, पकोड़े और थोड़ा हल्दी मिलाकर पकाया जाता है. इसे पिंडा कहते हैं. उसके गोले बनाकर पूजा अर्चना कर पशुओं को खिलाया जाता है. ऐसी ही पूजा चमोली के प्रसिद्ध पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने भी अपने घर में की.
Loading...