वारुणी पंचकोसी यात्रा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों ने किया जलाभिषेक

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Published : Mar 19, 2023, 7:06 PM IST

Updated : Mar 19, 2023, 7:42 PM IST

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उत्तरकाशी में खड़ी चढ़ाई और बरसते बादल के बावजूद भी पंचकोसी यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ. 15 किमी लंबी इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने कई मंदिर में पूजा-अर्चना की. आखिरी में प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक कर श्रद्धालुओं ने अपनी यात्रा पूरी की.

वारुणी पंचकोसी यात्रा

उत्तरकाशी: जिले के सबसे पौराणिक पंचकोसी (वारुणी) यात्रा पर निकले श्रद्धालु मुख्य पड़ाव वरुणावत शिखर के टॉप पर स्थित ज्ञानजा गांव के ज्ञानेश्वर महादेव और ज्वाला माता के मंदिर में पहुंचे. इस दौरान श्रद्धालु गढ़वाली भजनों पर जमकर झूमे. जिसके बाद कई यात्रा पड़ाव से होते हुए श्रद्धालुओं का जत्था आखिरी में प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचा, जहां भक्तों ने जलाभिषेक कर अपनी यात्रा पूरी की.

खराब मौसम के बावजूद श्रद्धालुओं में दिखा उत्साह: रविवार दिन की शुरुआत बारिश के साथ हुई. इसके बावजूद वारुणी यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं दिखा. सुबह से ही श्रद्धालुओं का जत्थे यात्रा पर निकलना शुरू हो गया. करीब 15 किमी लंबी इस पैदल यात्रा की शुरुआत में श्रद्धालुओं ने बड़ेथी संगम के निकट स्थित वरूणेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की. इसके बाद श्रद्धालुओं ने बसुंगा गांव में अखंडेश्वर, साल्ड में जगरनाथ और अष्टभुजा दुर्गा माता, ज्ञाणजा में ज्ञानेश्वर और व्यास कुंड, वरुणावत शीर्ष पर शिखरेश्वर और विमलेश्वर महादेव, संग्राली में कंडार देवता, पाटा में नर्वदेश्वर मंदिर में जलाभिषेक एवं पूजा-अर्चना की.

असी गंगा-भागीरथी संगम पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान: वरुणावत पर्वत से उतरकर श्रद्धालुओं ने गंगोरी में असी गंगा और भागीरथी के संगम पर स्नान किया. इसके बाद नगर के विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना और जलाभिषेक किया. आखिर में श्रद्धालुओं ने प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक कर अपनी यात्रा पूरी की. साप्ताहिक अवकाश होने के चलते बारिश के बाद भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही. यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने बड़ेथी में वरुणा और भागीरथी के संगम पर स्नान कर बसूंगा, साल्ड, ज्ञाणजा, संग्राली, पाटा व गंगोरी स्थित देवी-देवताओं के मंदिरों में दर्शन और पूजन किया.
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ग्रामीणों ने श्रद्धालुओं का किया स्वागत: यात्रा के दौरान ग्रामीणों ने श्रद्धालुओं का चौलाई के लड्डू और गर्म चाय के साथ स्वागत किया. वारुणी यात्रा में गांव बसूंगा, साल्ड, ज्ञाणजा, संग्राली, पाटा, गंगोत्री के ग्रामीणों ने श्रद्धालुओं की खूब आवभगत की. इस दौरान ग्रामीणों ने पैदल यात्रियों को आलू के गुटके, चौलाई के लड्डू के साथ गर्म चाय परोसी. वहीं जगह-जगह भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया.

स्वास्थ्य विभाग ने लगाया शिविर: पंचकोसी यात्रा को लेकर यात्रा पड़ावों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया गया. वहीं, जल संस्थान ने पेयजल की व्यवस्था की. स्वास्थ्य शिविर में पैदल यात्रियों का ब्लड प्रेशर चेक किया गया.

युवाओं के साथ बुजुर्गों में भी दिखा जोश: साल में एक बार आने वाली इस धार्मिक यात्रा को लेकर युवाओं के साथ बुजुर्गों में भी उत्साह दिखा. 50 से अधिक उम्र की कई महिलाओं ने भी छड़ी की मदद से खड़ी चढ़ाई चढ़कर यात्रा पूरी की.

Last Updated :Mar 19, 2023, 7:42 PM IST
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