उत्तरकाशी टनल हादसे पर कांग्रेस बोली- PWD मंत्री भजन-कीर्तन और चुनावी यात्रा में लगे हैं, प्रभारी मंत्री सो रहे
Published: Nov 21, 2023, 4:14 PM


उत्तरकाशी टनल हादसे पर कांग्रेस बोली- PWD मंत्री भजन-कीर्तन और चुनावी यात्रा में लगे हैं, प्रभारी मंत्री सो रहे
Published: Nov 21, 2023, 4:14 PM

Uttarkashi tunnel collapse rescue operation उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसे के रेस्क्यू ऑपरेशन पर कांग्रेस ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस का कहना है कि सरकार 41 मजदूरों के रेस्क्यू को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है, तभी तो उत्तरकाशी के प्रभारी मंत्री अपने बंगले में सो रहे हैं और लोक निर्माण विभाग के मुखिया भजन-कीर्तन और चुनावी यात्रा में लगे हुए हैं.
देहरादून: उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसे पर अब सियासत भी की जा रही है. एक तरफ सरकार जहां युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस, धामी सरकार के मंत्रियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है. अब कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को लपेटा है.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट ने कहा कि एक तरफ उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल में 41 मजदूर पिछले 10 दिनों से जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज पांच राज्यों के चुनावों और अपने धार्मिक प्रवचनों में व्यस्त हैं.
शीशपाल बिष्ट का कहना है कि कांग्रेस पहले दिन से कह रही है कि सरकार इस मामले पर सिर्फ बयानबाजी कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर उनकी गंभीरता नजर नहीं आ रही है. ताज्जुब की बात तो ये है कि अभीतक उत्तरकाशी जिले के प्रभारी मंत्री भी वहां नहीं पहुंचे हैं. (प्रभारी मंत्री आज उत्तरकाशी पहुंचे हैं) प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री तो पता नहीं कहां पर भजन-कीर्तन करने में लगे हुए हैं, जो घटनास्थल पर जाने की जहमत तक नहीं उठा रहे हैं.
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कांग्रेस का सवाल है कि सरकार के किसी भी बड़े मंत्री की वहां पर ड्यूटी क्यों नहीं लगाई है? कोई तो एक ऐसा मंत्री होता, जो 24 घंटे वहां पर कैंप करता. सरकार ने जिला प्रशासन के भरोसे पूरा रेस्क्यू ऑपरेशन छोड़ दिया. शीशपाल बिष्ट का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियां तो अपना कार्य निष्ठा से कर रही हैं, लेकिन प्रदेश का नेतृत्व लगातार लापरवाह बना हुआ है.
कांग्रेस का कहना है कि सरकार की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक मंत्री अपने आवास में सो रहे, दूसरे चुनाव में व्यस्त हैं और तीसरे मंत्री धार्मिक आयोजन में लगे हुए हैं. ऐसे हालत में कैसे रेस्क्यू ऑपरेशन सफल होगा. अब पर लोगों के सब्र का बांध टूटने लगा है. इस हादसे ने केंद्र और राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी है.
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वहीं कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने अपने स्टाइल में सफाई दी है. विपक्ष के तमाम आरोपों पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल का कहना है कि मंत्रिमंडल मुख्यमंत्री का ही होता है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद सिलक्यारा जाकर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जाने पर बाद उन्हें नहीं लगता है कि इस विषय पर कुछ रह जाता है. कई केंद्रीय मंत्री खुद मौके पर पहुंचे हैं. इसीलिए उन्हें नहीं लगता है कि इस पर अब कुछ ज्यादा कहा जाना चाहिए.
बता दें कि दीपावली के दिन 12 नवंबर की सुबह उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा में निर्माणधीन टनल के बीच में भूस्खलन हो गया था. इस दौरान टनल के पिछले हिस्से में काम कर रहे 41 मजबूर फंसे गए थे, जिन्हें निकालने के लिए पिछले 10 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, लेकिन अभीतक कोई सफलता नहीं मिली है. राहत की बात ये है कि टनल में फंसे सभी 41 मजदूर सुरक्षित जिन्हें पाइपों के जरिए खाना भी पहुंचाया जा रहा है. आज उनका वीडियो भी सामने आया.
