CM धामी ने किया सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे का शुभारंभ, 2 घंटे की यात्रा 20 मिनट में सिमटी

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Published : May 1, 2022, 4:38 PM IST

Updated : May 1, 2022, 6:01 PM IST

Surkanda Devi temple ropeway service

रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मां सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा का शुभारंभ किया. साथ ही सीएम ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख एवं समृद्धि की कामना की.

टिहरी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने रविवार को सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा का शुभारंभ (Surkanda Devi temple ropeway service launched)किया. मुख्यमंत्री ने इसके बाद मां सुरकंडा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख एवं समृद्धि की कामना की.

इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) में इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. देवभूमि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने की कवायद शुरू कर दी गई है. धनौल्टी क्षेत्र में तीर्थाटन और पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए एक हेलीपैड बनाया जाएगा. हेलीपैड के लिए जिला प्रशासन भूमि का चयन करेगा.

CM धामी ने किया सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे का शुभारंभ.

उन्होंने आगे कहा कि टिहरी झील को दुनिया का सबसे बेहतर पर्यटन स्थल बनाने की योजना है. झील क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के लिए भारत सरकार से पहले 1200 करोड़ की स्वीकृति मिली थी, जिसकी डीपीआर तैयार की जा रही है. 800 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया है. इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मां सुरकंडा देवी के लिए रोपवे सेवा शुरू होने से श्रद्धालुओं को दर्शन करने में सुगमता होगी. इससे स्थानीय स्तर पर लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी. राज्य में धार्मिक पर्यटन के साथ ही साहसिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि रोपवे परियोजना यात्रियों एवं पर्यटकों के लिए प्रदूषण मुक्त यातायात का प्रमुख साधन है. राज्य सरकार द्वारा केंद्र की पर्वतमाला योजना के अंतर्गत जनपदों में विभिन्न रोपवे परियोजनाओं के निर्माण हेतु काम किए जा रहे हैं. टिहरी जनपद में लगभग 42 वर्ग किलोमीटर में फैली विशालकाय झील में विभिन्न साहसिक जल क्रीड़ाओं का संचालन किया जा रहा है. इस झील में पर्यटन से संबंधित अन्य गतिविधियों के लिए योजना बनाई जा रही है.

Surkanda Devi temple ropeway service
रोपवे से यात्रा करते सीएम धामी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में सभी क्षेत्रों में विकास के कार्य तेजी से हो रहे हैं. वर्ष 2025 में जब हम उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएंगे, उस समय उत्तराखंड हर क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में होगा. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि मां सुरकंडा के लिए रोपवे सेवा शुरू होने से यहां श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी. चारधाम यात्रा के दृष्टिगत श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं. राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है.

टिहरी जिले के प्रसिद्ध सिद्धपीठ सुरकंडा मंदिर (Siddhpeeth Surkanda Temple) के लिए अब श्रद्धालुओं को खड़ी चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी. इसके लिए श्रद्धालुओं को 177 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. रोपवे से श्रद्धालुओं का करीब डेढ़ से 2 घंटे का सफर बचेगा. अब सिर्फ 10 से 20 मिनट में श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं.

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टिहरी के कद्दूखाल क्षेत्र स्थित सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी के दर्शन को रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. सुरकंडा देवी मंदिर समुद्र तल से 2,750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कद्दूखाल से मंदिर परिसर तक करीब डेढ़ किमी की खड़ी चढ़ाई है, जिसे चढ़ने में करीब डेढ़ से दो घंटे लग जाता है. परंतु अब रोपवे शुरू होने से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को डेढ़ किलोमीटर खड़ी चढ़ाई नहीं चढ़नी होगी. इससे उन लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, जो चलने में असमर्थ हैं.

कद्दूखाल से सुरकंडा देवी मंदिर परिसर तक करीब 600 मीटर का रोपवे तैयार (600 meter ropeway) किया गया है. सुरकंडा रोपवे प्रोजेक्ट (Surkanda Ropeway Project) में 6 टावर के सहारे 16 ट्रॉलियों का संचालन हो रहा है. प्रत्येक ट्राली में 4 यात्रियों के बैठने की अनुमति होगी. रोपवे से आने-जाने का किराया 177 रुपये रखा गया है. सुरकंडा देवी मंदिर जाने के लिए लगभग 5 करोड़ की लागत से बने रोपवे की लंबाई 502 मीटर है.

Last Updated :May 1, 2022, 6:01 PM IST
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