अंकिता भंडारी के गांव पहुंचीं रेखा आर्य, बोली- मैं भी एक मां हूं, दर्द समझती हूं, मिलेगा न्याय

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Published : Sep 27, 2022, 9:35 AM IST

Rekha Arya met Ankita Bhandari Family

अंकिता भंडारी मर्डर केस (Ankita Bhandari Murder Case) के बाद नेताओं का डोभ श्रीकोट पहुंचने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह और भुवन कापड़ी भी अंकिता के गांव पहुंचे. इसके बाद देर शाम कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य भी गांव पहुंचीं. जहां उन्होंने अंकिता के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना व्यक्त की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं भी एक मां हूं और उनका दर्द भली भांति समझ सकती हूं. जो भी आरोपी होगा, उसे नहीं बख्शा जाएगा.

पौड़ीः महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य अंकिता भंडारी के गांव डोभ श्रीकोट पहुंचीं. उन्होंने अंकिता के माता पिता और भाई से मुलाकात कर सांत्वना व्यक्त (Rekha Arya met Ankita Bhandari Family) की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी की मौत की साजिश करने वाले आरोपी जेल में बंद हैं. इसके अलावा जो भी इस मामले में संलिप्त पाया जाएगा, उसे किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा. चाहे वो कितना ही बड़ा रसूखदार क्यों न हो.

एक मां से बोली दूसरी मांः अंकिता भंडारी की मां सोनी देवी से मुलाकात करते हुए कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि मैं भी एक मां हूं और उनका दर्द भली भांति समझ सकती हूं. उन्होंने कहा कि सरकार से भंडारी परिवार को हर संभव मदद के लिए पैरवी की जाएगी. इसके अलावा श्रीकोट गांव में बाल विकास विभाग के तहत बनी मिनी आंगनबाड़ी केंद्र को उच्चीकृत आंगनबाड़ी केंद्र बनाया जाएगा. हालांकि, इसकी स्वीकृति केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है, लेकिन राज्य की ओर से प्रस्ताव अवश्य भेजा जाएगा. रेखा आर्य ने कहा कि दिवंगत अंकिता की मां के लिए एक मां का वादा है. अंकिता सबकी बेटी थी. हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

अंकिता भंडारी के गांव पहुंचीं रेखा आर्य

सबूत जुटाने के बाद हुई बुलडोजर की कार्रवाईः डोभ श्रीकोट में अंकिता के माता-पिता से मुलाकात के दौरान महिला सशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर धामी उनके घर पहुंचेंगे और उनसे मुलाकात करेंगे. सारे घटनाक्रम से मुख्यमंत्री भी बेहद दुखी हैं. मामले में किसी भी आरोपी को नहीं बख्शा जाएगा. इसके लिए सीएम खुद भी जांच पर निगरानी रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि एसआईटी की टीम में काबिल अफसरों को तैनात किया गया है. टीम ने रिजॉर्ट और आस पास के सारे सबूत जुटा लिए थे. उसी के बाद बुलडोजर चलाने की कार्रवाई हुई.
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रेखा आर्य ने राजस्व क्षेत्रों में रेगुलर पुलिस की जताई जरूरतः कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने राज्य के दूरस्थ और राजस्व गांवों में रेगुलर पुलिस की तैनात करने की पैरवी की है. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है, जब राजस्व पुलिस के बजाय लॉ एंड ऑर्डर व्यवस्था बनाने के लिए रेगुलर पुलिस को जिम्मेदारी दी जाए. बदलते समय के साथ राज्य में पटवारी व्यवस्था भी बदली जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रेगुलर पुलिस की आवश्यकता दिख रही है. इसकी व्यापकता बढ़नी चाहिए.

अंकिता के गांव पहुंचे कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह और भुवन कापड़ी, बोले- आरोपियों को मिल रहा संरक्षणः पूर्व सीएम हरीश रावत के बाद कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह और भुवन कापड़ी भी अंकिता भंडारी के गांव पहुंचे. प्रीतम ने परिजनों से मुलाकात कर घटना पर दुख जताया. प्रीतम सिंह ने कहा कि इस मामले में परिवार के मुखिया का बयान हत्याकांड में संदेह पैदा करता है. आखिर कौन वीआईपी उस रिजॉर्ट में आता था, ये देखने की जिम्मेदारी पुलिस और सरकार दोनों की थी, लेकिन सब चुप रहे. प्रीतम ने आरोप लगाया कि इस हत्याकांड को लेकर साक्ष्यों को मिटाने का प्रयास किया जा रहा और आरोपियों को संरक्षण मिल रहा है.

प्रीतम सिंह (Congress leader Pritam Singh) ने कहा कि गंगा भोगपुर का वनंत्रा रिजॉर्ट बगैर लाइसेंस के चल रहा था. जिसकी प्रशासन को भनक तक नहीं थी. रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाने के आदेशों को लेकर डीएम ने मना किया है, जबकि सीएम ने ट्वीट कर इसके ध्वस्तीकरण की बात कही है. ऐसे में साफ है कि इस हत्याकांड को लेकर सबूतों को मिटाने का काम हो रहा है. रिजॉर्ट स्वामी का रिकॉर्ड कोई साफ-सुथरा नहीं है. प्रीतम सिंह ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि बाहर के लोग होटल और रिजॉर्ट खोल रहे हैं. इनकी सरकार जांच करें, ताकि इनमें काम कर रहे स्थानीय लोग सुरक्षित रह सकें.
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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने से नहीं चलेगा काम, आरोपी के पिता को भी हिरासत में लेंः उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी (Bhuwan Kapri reached Ankita village) ने कहा कि केवल बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (Beti Bachao Beti Padhao) का नारा देने से काम नहीं चलना वाला है. इससे बेटियां मजबूत कैसे होंगी? इस घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है. उन्होंने कहा कि आरोपी के पिता रसूखदार हैं. सरकार को उनको भी हिरासत में लेना चाहिए. कापड़ी ने सरकार से मांग की है कि अंकिता के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.

बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी. वो बीती 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.

वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की.
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आरोपियों ने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया. आरोपियों ने अंकिता भंडारी को नहर में धकेल (Ankita Bhandari Murder Case) दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई. मामले में पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य (Pulkit Arya father Vinod Arya) के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य और उसके दो मैनेजरों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं, बीती 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला बैराज से बरामद हुआ. जिसके बाद शव को एम्स ऋषिकेश ले जाया गया. जहां उसका पोस्टमार्टम किया गया.

वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग को लेकर मोर्चरी के बाहर कांग्रेसियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जमकर हंगामा भी किया, लेकिन स्थिति की नजाकत को देखते हुए डॉक्टरों के पैनल ने हाथों-हाथ रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी. अब पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट सामने आ गई है. जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि 28 अगस्त से रिजॉर्ट में ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद से ही मालिक और उसके सहयोगी उसे प्रताड़ित कर रहे थे. वहीं, श्रीनगर में अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान काफी बवाल भी हुआ था.
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