Tigress caged: रामनगर में आतंक का पर्याय बनी बाघिन पिंजरे में कैद, लोगों ने ली राहत की सांस
Updated on: Jan 18, 2023, 3:58 PM IST

Tigress caged: रामनगर में आतंक का पर्याय बनी बाघिन पिंजरे में कैद, लोगों ने ली राहत की सांस
Updated on: Jan 18, 2023, 3:58 PM IST
रामनगर में बाघों के हमले से लोगों में दहशत का माहौल है. वहीं लोग लगातार बाघों को हमले देखते हुए शाम होते ही घरों में कैद हो रहे हैं. लगता है अब इस आतंक का अंत हो गया है. एक बाघिन पिंजरे में कैद हुई है, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली है.
रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वन प्रभाग के आसपास मोहान से पनोद तक आतंक का पर्याय बनी एक बाघिन पिंजरे में कैद हुई है. बाघिन का लंगड़ाकर चलने का वीडियो सामने आया था. बताया जा रहा है कि यह बाघिन बुधवार सुबह ही पिंजरे में कैद हुई है. जिसे रेस्क्यू कर ढेला रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया है. बाघिन ओल्ड एज की बताई जा रही है.
बता दें कि कॉर्बेट नेशनल पार्क और इससे लगते हुए रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत पड़ने वाले नेशनल हाईवे- 309 पर स्थित पनोद नाले से मोहान क्षेत्र तक बाघ का आतंक बना हुआ था. जिसमें कॉर्बेट प्रशासन के साथ ही रामनगर वन प्रभाग की टीमें आतंक का पर्याय बने बाघों को पकड़ने में संयुक्त रूप से लगी हुई थी. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के आसपास पड़ने वाले पनोद नाले से लेकर 15 किलोमीटर मोहान क्षेत्र तक जून 2022 से बाघों के हमले शुरू हुए थे. जिसमें बाघों द्वारा 4 लोगों को निवाला बनाया गया था. तीन लोगों पर हमला कर घायल कर दिया था. पार्क प्रशासन व वन प्रभाग की संयुक्त टीम द्वारा बाघ को पकड़ने के प्रयास किये जा रहे थे. जिसमें 9 जुलाई 2022 को कॉर्बेट प्रशासन द्वारा एक बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया था. जिसके बाद पार्क प्रशासन को लगा कि अब सब सही हो गया.
पढ़ें-Tiger Attack in Corbett Park: टीम को चकमा दे रहे हमलावर बाघ, हर चाल हो रही फेल
लेकिन तभी 16 जुलाई को बाघ द्वारा फिर नेशनल हाईवे- 309 पर मोहान के पास एक बाइक सवार पर हमला किया गया. इसमें बाघ पीछे बैठे युवक को घसीटकर जंगल में ले गया. बाद में युवक का शव मिला था. जिसके बाद पार्क प्रशासन की समझ में आया कि पकड़ी गई बाघिन के अलावा और भी हमलावर बाघ हैं. तब से ही बाघ द्वारा लगातार मानव के साथ ही पशुओं पर भी हमले हो रहे थे. बीते दिसंबर माह 2022 में भी बाघ द्वारा 2 लोगों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतारा गया. वहीं तब से ही बाघों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा था. बाघों को पकड़ने के दौरान चिन्हित किये गए 2 बाघों को ट्रेंकुलाइज करने के लिए इंजेक्शन भी दिए गए. लेकिन ऐन वक्त पर वहां पर तीसरे बाघ की एंट्री ने सारा खेल बिगड़ गया था. वहीं आज सुबह आतंक का पर्याय बने बाघ में से एक बाघिन को पिंजरे में कैद कर लिया गया है.
