SCAM: 700 छात्रों के फेक एग्जाम, श्रीदेव सुमन विवि से एफिलिएटेड कॉलेजों में बड़ा फर्जीवाड़ा

author img

By

Published : Jul 23, 2021, 6:33 PM IST

Updated : Jul 23, 2021, 7:17 PM IST

देहरादून

श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड 14 प्राइवेट कॉलेजों में अलॉटमेंट के अतिरिक्त 700 से अधिक छात्रों की परीक्षा करवाने का मामला सामने आया है. फिलहाल विश्वविद्यालय ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

देहरादूनः टिहरी जिले में स्थित श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड (संबद्ध) 14 प्राइवेट कॉलेजों में अलॉटमेंट के अतिरिक्त 700 से अधिक छात्रों की परीक्षा करवाने का मामला सामने आया है. इस पर विश्वविद्यालय ने जांच के आदेश दे दिए हैं. फिलहाल विश्वविद्यालय की ओर से इन छात्रों का रिजल्ट रोक दिया गया है. जानकारी के मुताबिक छात्रोंं की संख्या अभी बढ़ सकती है.

प्रदेश के श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से संबंधित 14 निजी कॉलेजों में विश्वविद्यालय द्वारा अलॉट की गई सीटों के अतिरिक्त छात्रों को प्रवेश देने की जानकारी मिली है. प्रदेश में मौजूद ये 14 प्राइवेट कॉलेज ज्यादातर हरिद्वार और देहरादून जिले के हैं. इन कॉलेजों में विश्वविद्यालय द्वारा अलॉट की गई सीटों के अतिरिक्त कॉलेजों द्वारा नियमों के विरुद्ध एडमिशन कराये गये. विवि द्वारा जारी किए गए प्रश्न पत्रों की फोटो कॉपी कर उनसे परीक्षा भी दिलवाई गई.

इसके अलावा सीटों के अतिरिक्त इन 700 छात्रों का विश्वविद्यालय से प्रवेश पत्र जारी होना विश्वविद्यालय की भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा है. इस मामले पर श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी ने संज्ञान लेते हुए कुलसचिव को आंतरिक जांच के निर्देश दे दिए हैं.

कुलपति ने क्या कहाः ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति पीपी ध्यानी ने बताया कि साल 2019-20 में मेन स्ट्रीम के विषयों BA, B.Com, BSc के प्रथम वर्ष में इन कॉलेजों द्वारा अलॉट सीटों के अतिरिक्त प्रवेश करवाया गया. ये कॉलेज ज्यादातर हरिद्वार और देहरादून से हैं. कॉलेजों ने छात्रों की परीक्षा भी कराई.

ये भी पढ़ेंः CISCE शनिवार को घोषित करेगा कक्षा 10 व 12वीं के परिणाम, जानें कैसे हुआ मूल्यांकन

कुलसचिव व परीक्षा नियंत्रक की जिम्मेदारीः यूनिवर्सिटी द्वारा जारी किए गए प्रवेश पत्रों पर सवाल करते हुए कुलपति पीपी ध्यानी ने बताया कि परीक्षा के लिए कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक पूरी तरह से जिम्मेदार होते हैं. इसलिए विश्वविद्यालय में आंतरिक जांच के निर्देश दिए गए हैं. जानकारी के मुताबिक अभी छात्रों की संख्या बढ़ सकती है.

बता दें कि शैक्षिक सत्र 2019-20 में हुए प्रवेश के बाद परीक्षाएं अक्टूबर 2020 में हुईं थी. इस शैक्षिक सत्र की शुरुआत में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर दिनेश चंद्रा थे. वहीं, 2020 में डॉ. पीपी ध्यानी को विश्वविद्यालय का कुलपति बना दिया गया. वर्तमान कुलपति पीपी ध्यानी ने बताया कि उनके द्वारा आंतरिक जांच के साथ शासन को भी इस मामले की जानकारी दे दी गई है. जल्द ही जांच में जो भी अधिकारी दोषी पाये जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

इन कॉलेजों ने किए नियमों के विरुद्ध सीटों से ज्यादा प्रवेशः चमनलाल महाविद्यालय, मंगलौर रोड हरिद्वार. हरि ओम सरस्वती डिग्री कॉलेज, हरिद्वार. विद्याविकासनी डिग्री कॉलेज, रुड़की. आशा देवी डिग्री कॉलेज, हरिद्वार. राघवमल ओम प्रकाश गोयल डिग्री कॉलेज, रुड़की. स्वामी विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन, रुड़की. डीडी कॉलेज, देहरादून. अपेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक. रघुराज इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज. फोनिक ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट, रुड़की. भारतीय महाविद्यालय, रुड़की. सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, रुड़की. हरीश चंद्रा रामकली डिग्री कॉलेज, लक्सर. एचईसी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट जगजीतपुर, हरिद्वार.

Last Updated :Jul 23, 2021, 7:17 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.