सावधान! कहीं आप भी तो नहीं हुए JUICE JACKING के शिकार, यहां भूलकर भी न करें फोन चार्ज

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Published : Jan 27, 2020, 6:53 PM IST

Updated : Jan 28, 2020, 9:52 AM IST

dehradun

Juice Jacking की आशंकाओं को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस इसके बारे में लोगों को जागरुक कर रही है.

देहरादून: यदि आप भी बिना सोचे समझे कहीं पर भी अपना मोबाइल चार्जिंग पर लगा देते हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि ये आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है और बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं. यानी आप का मोबाइल हैक हो सकता है.

आज के आधुनिक दौर में हम जितनी तेजी से हाई टेक हो रहे हैं खतरे भी उतनी ही तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जिसके परिणाम समस-समय पर हमारे सामने आते रहते हैं. कैसे हैकर आपकी एक छोटी सी लापरवाही से आपका मोबाइल हैक कर सकते हैं, इसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं.

सोचे समझ कर करें मोबाइल चार्ज

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अक्सर हम जल्दबाजी में अपना मोबाइल चार्ज नहीं करते है और बाद में मोबाइल चार्ज करने के लिए सार्वजनिक चार्जिंग प्वाइंट तलाशते हैं, जो घातक साबित हो सकता है. रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, होटल व मॉल समेत अन्य ऐसी कई जगहों पर सार्वजनिक चार्जिंग प्वाइंट होते हैं, जहां हम बिना कुछ सोचे-समझे मोबाइल चार्जिंग के लिए लगा देते हैं.

आपको जानकर हैरानी होगी कि इन सार्वजनिक चार्जिंग प्वाइंट पर मोबाइल हैक हो सकता है. आपकी सारी जरूरी जानकारी किसी के पास जा सकती है और आपको इस बारे में पता तक नहीं लगेगा और आप हैकर के जाल में फंस चुके होंगे. हैकर बड़ी आसानी से आपके बैंक से संबंधित डिटेल लेकर आपको लाखों रुपए की चपत लगा सकते हैं.

उत्तराखंड साइबर पुलिस के अनुसार लोगों को सार्वजनिक चार्जिंग प्वाइंट से बचान चाहिए, नहीं तो वे Juice Jacking को शिकार हो जाएंगे. इन चार्जिंग प्वाइंट के माध्यम से हैकर किसी भी फोन में मालवेयर भेजकर आपके खाते से जुड़ी सारी जानकारी चुरा सकते हैं.

इतना ही हैकर्स किसी भी मोबाइल को हैक कर उसके ई-मेल, फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे अन्य सोशल मीडिया के जरिए अपराधिक वारदातों को अंजाम दे सकते हैं, जो मोबाइल यूजर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है और वो कई तरह की मुश्किलों में फंस सकते हैं. सार्वजनिक चार्जिंग प्वाइंट में Juice Jacking लगे होने की आशंका रहती है.

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Juice Jacking की आशंकाओं को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस इसके बारे में लोगों को जागरुक कर रही है. डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया कि आज कल हैकर नए-नए तरीके अपनाकर मोबाइल का डाटा चोरी कर रहे हैं. यही कारण है कि उत्तराखंड पुलिस लगातार सोशल प्लेटफॉर्म और अन्य माध्यमों से इस मामले में जागरुक कर रही है, ताकि लोग हैकरों के जाल में न फंसे.

Intro:summary-सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट में मोबाइल चार्ज करने वाले हो जाये सावधान... वर्तमान समय में हाईटेक अपराधों में सबसे तेजी से पांव पसारने वाले साइबर क्राइम की बदौलत आये दिन आर्थिक रूप से चोट पहुंचाने वाले बड़े-बड़े अपराध घटित हो रहे हैं। हर दिन नई-नई टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर हैकर्स स्मार्ट वर्क के जाल फंसाकर आम से लेकर खास लोगों को लाखों-करोड़ों रुपये का चूना लगा रहे हैं। इन दिनों साइबर क्राइम में सार्वजनिक स्थानों में लगे मोबाइल चार्जिंग टेक्नोलॉजी के ज़रिए मोबाइल का डाटा चोरी कर तेज़ी अपराध बढ़ रहा हैं। जीहाँ अगर आप एयरपोर्ट,रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन ,होटल, रेस्ट्रोरेंट,मॉल या अन्य किसी भी सार्वजनिक स्थानों में लगे मोबाइल चार्जिंग पॉइंट पर अपना फोन चार्जिंग में लगाते हैं तो,हैकर्स आपकी मोबाइल से डाटा चोरी कर बैंक खातों को चूना लगाने के साथ ही कई तरह के गम्भीर अपराधों को भी अंजाम दे सकते हैं।


Body:मोबाइल चार्जिंग पॉइंट में Juice jacking वाला साईबर हैकिंग उत्तराखंड साइबर पुलिस के मुताबिक सार्वजनिक स्थानों पर लगे चार्जिंग पॉइंट में मोबाइल चार्ज करने से लोगों को बचना चाहिए, नहीं तो Juice jacking नाम के साइबर अपराध से आप शिकार हो सकते हैं। चार्जिंग प्वाइंट के जरिए साइबर हैकर किसी भी फोन में मालवीय भेज कर आपके खाते से जुड़ी सारी जानकारी चुरा सकते हैं। इस अपराध के शिकार होने वाले लोगों के बैंक अकाउंट से रुपए निकलने की जहां आशंका बनी रहती है। इतना ही हैकर्स किसी भी मोबाइल अन्य जानकारी को हैक कर उसके ई-मेल,फेसबुक, व्हाट्सएप ,ट्विटर, इंस्टाग्राम, जैसे अन्य सोशल मीडिया के जरिए भी हैकर्स कई तरह के अपराधिक घटना को अंजाम दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो मोबाइल करता कई तरह की परेशानियों की कानूनी प्रक्रिया में फंस सकता हैं। एयरपोर्ट, रेलवे व बस स्टेशन, ट्रेन,होटल, मॉल, रेस्टोरेंट जैसे अन्य सार्वजनिक स्थानों में लगे मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट में "Juice Jacking" नाम से पहचान रखने वाले साइबर हैकिंग की आशंका देखते हुए उत्तराखंड पुलिस लोगों को जागरूक करने की दिशा में इन दिनों लगातार फेसबुक, टि्वटर ,उत्तराखंड वेबसाइट और होर्डिंग व बैनर द्वारा जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है।


Conclusion:सार्वजनिक मोबाइल चार्जिंग पॉइंट में हैकर्स सॉफ्टवेयर अपडेट के ज़रिए देते हैं बड़े अपराध को अंजाम: उत्तराखंड पुलिस वहीं सार्वजनिक स्थानों में मोबाइल चार्जिंग पॉइंट से डाटा चुराने वाले साइबर क्राइम अपराध के संबंध में राज्य में अपराध व कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि, तेजी से फैलते हुए साइबर अपराध में आए दिन हैकर्स नए नए स्मार्ट तरीकों को अपनाकर मोबाइल डाटा चोरी करने और वायरस डाल कर आर्थिक रूप से ठगी करने के साथ ही कई तरह के गंभीर अपराधों को अंजाम देने में जुटे हैं। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस लगातार सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से पब्लिक को एयरपोर्ट ,बस व रेलवे स्टेशन, मॉल ,ट्रेन रेस्टोरेंट व होटल जैसे सार्वजनिक स्थानों में लगे मोबाइल चार्जिंग पॉइंट को अवॉइड करें, नहीं तो आशंका है कि, साइबर हैकर्स किसी भी वायरस और सॉफ्टवेयर को मोबाइल में अपलोड कर पूरा डाटा चोरी कर कई तरह के अपराध को अंजाम दे सकता है. मोबाइल हैकर्स से निजी बातचीत से लेकर सोशल अकाउंट तक से कर सकते नुकसान: पुलिस इतना ही नहीं उत्तराखंड साइबर पुलिस के मुताबिक वर्तमान समय में किसी भी अनजान व्यक्ति को 2 मिनट के लिए अगर कोई मोबाइल दे देता है तो, साइबर हैकर्स उसी 2 मिनट के अंदर ऐसा सॉफ्टवेयर मोबाइल में अपलोड कर सकते हैं, जिससे वह आपकी फेसबुक ,इंस्टाग्राम ईमेल, व्हाट्सएप और सारी निजी बातचीत को हैक कर कई तरह के अपराधिक घटना को अंजाम दे सकते हैं। डीजी अशोक कुमार के मुताबिक इस तरह के तेजी से फैल रहे इस नए साइबर अपराध के मामले में उत्तराखंड पुलिस लगातार सोशल प्लेटफॉर्म और अन्य माध्यमों से इस मामले में जागरूकता फैलाकर लोगों को सचेत करने में जुटी है। बाईट- अशोक कुमार ,महानिदेशक ,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड
Last Updated :Jan 28, 2020, 9:52 AM IST
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