डीआर पुरोहित को मिलेगा 2021 संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू करेंगी सम्मानित

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Published : Nov 25, 2022, 6:49 PM IST

Updated : Nov 26, 2022, 7:31 PM IST

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डॉ. डीआर पुरोहित, रामलाल भट्ट और ललित पोखरिया को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया है. उन्हें लोग संगीत, नृत्य, रंगमंच, पारंपरिक/लोककला के क्षेत्र में 2021 संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया है. वहीं, दूसरी ओर इस साल उत्तराखंड के चार हस्तियों को संगीत नाटक अकादमी अमृत पुरस्कार के लिए चुना गया है.

नई दिल्ली/देहरादून: साल 2019, 2020 और 2021 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. संगीत नाटक अकादमी समिति ने इस बार 128 लोगों का चयन किया है. ये सभी लोग संगीत, नृत्य, रंगमंच, पारंपरिक/लोक/आदिवासी क्षेत्र के कलाकार हैं. उत्तराखंड से डॉ. दाता राम पुरोहित, रामलाल भट्ट और ललित पोखरिया को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है. डीआर पुरोहित लोक कला से जुड़े कलाकार हैं. उन्हें गढ़वाल क्षेत्र में उत्तराखंड संस्कृति का ध्वजवाहक भी कहा जाता है. संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार एक विशेष समारोह में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू प्रदान करेंगी.

प्रो. डीआर पुरोहित वर्तमान में गढ़वाल विवि के लोक कला संस्कृति निष्पादन केंद में बतौर एडजन्ट प्रोफेसर कार्यरत हैं. इससे पूर्व वह गढ़वाल विवि के अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष भी रह चुके हैं. विवि में उन्होंने 40 साल की सेवाएं प्रदान की हैं. हाल ही में उन्हें मुंबई में भातृ मंडल की ओर से गढ़रत्न सम्मान से भी नवाजा गया है. इसके अलावा उन्हें अखिल गढ़वाल सभा की ओर से गढ़ गौरव सम्मान, उड़ान संस्था से गोल्डन अचीवर्स अवॉर्ड, मंदाकिनी सम्मान, विद्याधर श्री कला सम्मान भी मिला है.प्रो. पुरोहित उत्तराखंड की लोक संस्कृति, कला रंगमंच व वाद्य यंत्रों को नया आयाम देने के लिए वर्षो से कार्य कर रहे हैं.उन्होंने नंदा देवी राजजात, चक्रव्यूह, पांच भाई कठैत जैसे प्रसिद्ध नाटकों को लोगों के बीच पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. साथ ही रंग मंच व लोक कला तथा मांगल गीतों व ढोल सागर व शोध के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किये हैं.

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प्रो. पुरोहित ने 15 साल की उम्र में, क्विली गांव के नाटक क्लब की स्थापना की. पटकथा और निर्देशन किया. क्लब के लिए नौटंकी शैली के नाटकों की एक जोड़ी. हर साल राम लीलाओं में राम, लक्ष्मण, सीता, अहिल्या और सुमंत और कई अन्य छोटे नाटकों में अभिनय किया.

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संगीत नाटक अकादमी, राष्ट्रीय संगीत, नृत्य और नाटक अकादमी, नई दिल्ली की सामान्य परिषद ने 6-8 नवंबर 2022 को द अशोक, नई दिल्ली में आयोजित अपनी बैठक में सर्वसम्मति से देश के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों का चुनाव किया है. परिषद ने संगीत नाटक के लिए संगीत, नृत्य, रंगमंच, पारंपरिक/लोक/जनजातीय संगीत/नृत्य/रंगमंच, कठपुतली कला के क्षेत्र से 128 कलाकारों का चयन किया है. इन 128 कलाकारों में तीन संयुक्त पुरस्कार शामिल हैं. वर्ष 2019, 2020 और 2021 के लिए अकादमी पुरस्कारों के लिए कलाकारों के नाम चुने गए हैं. चुने गए अध्येता और पुरस्कार विजेता पूरे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, और विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित हैं.

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संगीत नाटक अकादमी अमृत पुरस्कार: इस साल उत्तराखंड की चार हस्तियों को संगीत नाटक अकादमी अमृत अवॉर्ड के लिए चुना गया है. संगीत नाटक अकादमी अमृत अवॉर्ड 2022 के लिए जुगल किशोर पेटशाली, भैरव दत्त तिवारी, जगदीश ढौंडियाल और नारायण सिंह का नाम शामिल हैं. इस साल देश के विभिन्न राज्यों के 86 लोगों को संगीत नाटक अकादमी अमृत अवॉर्ड 2022 से सम्मानित किया जा रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सभी नामित हस्तियों को अपने हाथों से यह पुरस्कार वितरित करेंगी.

गौर हो कि अकादमी पुरस्कार 1952 से प्रदान किए जा रहे हैं. ये सम्मान न केवल उत्कृष्टता और उपलब्धि के उच्चतम मानक का प्रतीक हैं, बल्कि निरंतर व्यक्तिगत कार्य और योगदान को भी मान्यता देते हैं. अकादमी फेलो के सम्मान में तीन लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाती है, जबकि अकादमी पुरस्कार में एक ताम्रपत्र और अंगवस्त्रम के अलावा एक लाख रुपये की नकद राशि दी जाती है.

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संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार: संगीत, नृत्य, रंगमंच, पारंपरिक/लोक/जनजातीय संगीत/नृत्य/थिएटर, कठपुतली और प्रदर्शन कला आदि में समग्र योगदान/छात्रवृत्ति के क्षेत्र के कलाकारों को पुरस्कार दिये जाते हैं. अकादमी पुरस्कार में ताम्रपत्र और अंगवस्त्रम के साथ 1,00,000/- रुपए का नकद पुरस्कार शामिल होता है.

Last Updated :Nov 26, 2022, 7:31 PM IST
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