यूक्रेन में जंग के बीच पुतिन की रैली, चीन ने कहा- अमेरिका ने रूस को उकसाया; बाइडेन ने की शी से वार्ता

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Published : Mar 19, 2022, 7:12 AM IST

Updated : Mar 19, 2022, 9:30 AM IST

यूक्रेन में घातक जंग:

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज 24वां दिन है. युद्ध के चलते अब तक 65 लाख लोग यूक्रेन में विस्थापित हो चुके हैं और हजारों की संख्या में लोग मारे जा चुके हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध पर बाइडन ने शी के साथ फोन पर वार्ता की है. वहीं, पुतिन ने मास्को में विशाल रैली की है. इसके साथ ही यूक्रेन के शहरों पर घातक हमले बढ़ाये गये. वहीं, चीन ने जंग के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है. दूसरी तरफ भारत ने जैव हथियार पर रोक लगाने वाले सुरक्षा परिषद समर्थित संधि का समर्थन किया है. इधर रूस ने कहा, यूक्रेन के प्रतिनिधियों से बातचीत में प्रगति हुई है.

कीव/मास्को: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मास्को में देश का झंडा लहराने वाली एक विशाल रैली में (vladimir putin appears at big rally as troops press attack in Ukraine) नजर आये. उन्होंने गोलाबारी और मिसाइल हमले के साथ यूक्रेनी शहरों पर अपने घातक हमले बढ़ा दिये हैं. दूसरी तरफ, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (american president joe biden) और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग (joe Biden Xi jinping Talk) ने टेलीफोन पर वार्ता की. दरअसल, व्हाइट हाउस यूक्रेन पर रूसी हमले के लिए रूस को सैन्य एवं आर्थिक सहायता मुहैया करने से चीन को रोकने की कोशिश कर रहा है. चीन ने एक बार फिर वार्ता करने और मानवीय सहायता के लिए अनुदान को लेकर अपनी अपील दोहराई. साथ ही, उसने अमेरिका पर रूस को उकसाने का और यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति कर संघर्ष को बढ़ाने का आरोप लगाया. वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से मारियूपोल की घेराबंदी हटाकर मानवीय मदद पहुंचाने की अनुमति देने और तत्काल संघर्ष विराम का आदेश देने की अपील की.

इस वार्ता की योजना पर तब से काम हो रहा था, जब बाइडन और शी ने पिछले साल नवंबर में एक डिजिटल शिखर बैठक की थी. हालांकि, यू्क्रेन के खिलाफ रूसी हमलों को लेकर वाशिंगटन और बीजिंग के बीच मतभेदों के इस बातचीत के केंद्र में रहने की उम्मीद है. व्हाइट हाउस प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा है कि बाइडन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चीन के समर्थन और यूक्रेन में रूस के बर्बर हमले की भर्त्सना नहीं करने के बारे में शी से सवाल करेंगे. साकी ने कहा, यह आकलन करने का एक अवसर है कि राष्ट्रपति शी कहां खड़े हैं.

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने दैनिक ब्रीफिंग में कहा, चीन ने हर समय जनहानि टालने की हर कोशिश करने की अपील की है. उन्होंने कहा, ‘‘यह जवाब देना आसान है कि यूक्रेन में आम लोगों को किस चीज की ज्यादा जरूरत है- भोजन की या मशीन गन की? उल्लेखनीय है कि यूक्रेन में पुतिन द्वारा रूसी सैनिकों को तैनात करने के बाद शी ने रूस के आक्रमण से दूरी बनाने की कोशिश की लेकिन मास्को की आलोचना करने से वह बचते नजर आए.शुक्रवार को बाइडन-शी की टेलीफोन वार्ता, बाइडन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद शी के साथ उनकी चौथी बातचीत है.

इस बीच, ताईवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ताईवान पर बलपूर्वक अपना दावा करने की चीन की धमकी को याद दिलाते हुए चीनी विमान वाहक पोत शांदोंग शुक्रवार को ताईवान जलडमरूमध्य से होकर गुजरा. यह घटनाक्रम बाइडन-शी की वार्ता से कुछ ही घंटे पहले हुआ. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, राष्ट्रीय सेना खुफिया निगरानी एवं टोही प्रणालियां सागर में चीनी जहाजों की और ताईवान जलडमरूमध्य के आसपास के वायुक्षेत्र में विमानों की गतिविधियों पर पूरी नजर रखे हुए हैं.

रूस ने कहा, यूक्रेन के प्रतिनिधियों से बातचीत में प्रगति हुई

यूक्रेन के अधिकारियों से वार्ता कर रहे रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने कहा है कि यूक्रेन के तटस्थ दर्जे को लेकर दोनों पक्ष समझौते के करीब पहुंच गए हैं. यूक्रेन के साथ कई दौर की वार्ता करने वाले रूसी प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष व्लादिमीर मेदिंस्की ने शुक्रवार को कहा कि दोनों पक्ष यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की कोशिश को छोड़ने और तटस्थ रुख अख्तियार करने को लेकर उत्पन्न मदभेदों को पाटने के करीब पहुंच रहे हैं. मेदिंस्की की टिप्पणी को रूसी समाचार एजेंसियों ने इस प्रकार उद्धृत किया, तटस्थ दर्जा और यूक्रेन की नाटो की सदस्यता से दूरी वार्ता का मुख्य बिंदु है और इस मामले में दोनों पक्षों का रुख एक-दूसरे के करीब पहुंच रहा है.उन्होंने कहा कि अब यूक्रेन के विसैन्यीकरण के लिए दोनों पक्षों ने करीब आधा रास्ता तय कर लिया है. मेदिंस्की ने रेखांकित किया कि कीव जोर दे रहा है कि यूक्रेन के रूस-समर्थित पूर्वी अलगाववादी क्षेत्र को उसके अधीन लाया जाए, जबकि रूस का मानना है कि इलाके के लोगों को स्वयं अपनी किस्मत का फैसला करने की अनुमति दी जाए.

पुतिन ने मास्को में विशाल रैली की

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (russian president vladimir putin appears at big rally in moscow) मास्को में देश का झंडा लहराने वाली एक विशाल रैली में शुक्रवार को नजर आये. मास्को पुलिस ने बताया कि दो लाख से अधिक लोग लुझनिकी स्टेडियम के अंदर और इसके चारों ओर मौजूद थे. यूक्रेन से छीने गये क्रीमियाई प्रायद्वीप पर रूस के कब्जे की आठवीं वर्षगांठ के अवसर पर यह रैली की गई. कार्यक्रम में गायक ओलेग गाजमानोव ने ‘मेड इन यूएसएसआर’ गीत गाया, जिसकी शुरूआती पंक्ति थी, यूक्रेन और क्रीमिया, बेलारूस और मोल्दोवा की सीमाएं खुलने के साथ ये सब मेरे देश हैं. पुतिन के मंच पर आने के दौरान वक्ताओं ने उनकी सराहना यूक्रेन में नाजीवाद से लड़ने वाले नेता के तौर पर की, हालांकि इस दावे को विश्व भर के नेताओं ने खारिज कर दिया. इस बीच, रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव में बम बरसाना जारी रखा है. साथ ही, पश्चिमी शहर ल्वीव के बाहरी इलाकों में कई मिसाइल दागी गई.

मैक्रों ने पुतिन से मारियूपोल की घेराबंदी हटाने का आग्रह किया

फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों ने शुक्रवार को अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से मारियूपोल की घेराबंदी हटाकर मानवीय मदद पहुंचाने की अनुमति देने और तत्काल संघर्ष विराम का आदेश देने की अपील की. मैक्रों ने पुतिन से फोन पर 70 मिनट तक बात की. इससे पहले, दिन में पुतिन ने जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्ज से फोन पर बात की थी. शॉल्ज ने भी पुतिन से तत्काल संघर्ष विराम का अनुरोध किया. फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय एलिसी पैलेस ने कहा कि मैक्रों ने यूक्रेन में आम नागरिकों पर हमले और मानवाधिकारों का सम्मान करने में रूस की नाकामी को लेकर एक बार फिर चिंता जतायी.

युद्ध के कारण 65 लाख लोग हुए विस्थापित

संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी संबंधी एजेंसी के अनुमान के अनुसार यूक्रेन में अब तक कुल 65 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं, जबकि 32 लाख लोग पहले ही देश छोड़कर जा चुके हैं. अंतरराष्ट्रीय प्रवास संगठन (आईओएम) के अनुमान से पता चलता है कि यूक्रेन विस्थापन के मामले में पिछले तीन सप्ताह में ही सीरिया से आगे निकल चुका है, जहां साल 2010 में भीषण युद्ध की शुरुआत हुई थी. सीरिया में अब तक 1 करोड़ 30 लाख से अधिक लोग या तो विस्थापित हो चुके हैं या फिर देश छोड़कर चले गए हैं.

भारत ने जैव हथियार पर रोक लगाने वाले सुरक्षा परिषद समर्थित संधि का समर्थन किया

भारत ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि वह जैविक और विषाक्त हथियार संधि (बीटीडब्ल्यूसी) को महत्व देता है और इसने जोर दिया कि समझौते के तहत कोई भी दायित्व संबंधित पक्षों से परामर्श और सहयोग के आधार पर तय होना चाहिए. भारत ने जैविक हथियारों के इस्तेमाल पर रोक के महत्व को दोहराया, जो रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को जैविक युद्ध में तब्दील कर सकता है. इसके साथ ही भारत ने पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपनाए गए रुख को कायम रखा है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप-स्थायी प्रतिनिधि आर रवींद्र ने कहा, भारत जैविक और विषाक्त हथियार संधि (बीटीडब्ल्यूसी) को अहम वैश्विक गैर भेदभावपूर्ण और निरस्त्रीकरण सम्मेलन को उच्च महत्व देता है, जो जनसंहार के हथियार की पूरी श्रेणी पर प्रतिबंध लगाता है. यूक्रेन की स्थिति से अवगत कराने के लिए शुक्रवार को परिषद की हुई बैठक में उन्होंने कहा कि यह अहम है कि बीटीडब्ल्यूसी को उसके शब्दों और भावों के अनुरूप लागू किया जाए.

रूस ने यूक्रेन की राजधानी और ल्वीव के बाहरी इलाकों पर हमले किए

रूसी फौज ने यूक्रेन के शहरों पर अपने हमले जारी रखे तथा राजधानी कीव और पश्चिमी शहर ल्वीव के बाहरी इलाकों पर मिसाइलें दागी. वहीं, विश्व के नेताओं ने स्कूल, अस्पताल और रिहायशी इलाकों जैसे असैन्य लक्ष्यों पर रूस के बार-बार हमलों की जांच को लेकर ज़ोर दिया. यूक्रेन में ल्वीव के मेयर एंड्री सदोवयी ने शुक्रवार को ‘टेलीग्राम’ पर कहा कि सैन्य विमानों की मरम्मत करने वाले एक कारखाने पर कई मिसाइलें दागी गई हैं. उन्होंने बताया कि इसी के साथ बसों की मरम्मत करने वाला एक कारखाना क्षतिग्रस्त हो गया है लेकिन इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. उन्होंने कहा कि कारखाने में हमले से पहले ही कामकाज बंद कर दिया गया था.

घातक युद्ध से दहला यूक्रेन

यूक्रेन की वायुसेना के पश्चिमी कमान ने फेसबुक पर बताया कि काले सागर से ल्वीव पर मिसाइलें दागी गई हैं. उसने कहा कि छह मिसाइलें दागी गई थी जिनमें से दो को नष्ट कर दिया गया है.स्थल के पास तैनात एक सैनिक ने कहा कि सुबह छह बजे के आसपास एक के एक तीन धमाकों की आवाज़ सुनी गई. नजदीक ही रहने वाले एक निवासी ने कहा कि धमाके से उसका घर हिल गया और लोग दहशत में आ गए. ल्वीव और उसके आसपास के इलाके रूस के हमलों की जद में आ गए हैं. पिछले सप्ताह के अंत में शहर के पास एक प्रशिक्षण केंद्र पर हमले में लगभग तीन दर्जन लोग मारे गए थे. इस बीच, ल्वीव की आबादी करीब दो लाख बढ़ गई है क्योंकि यूक्रेन के अन्य हिस्सों के लोग भी वहां शरण ले रहे हैं. आपात सेवा के मुताबिक, तड़के कीव के पोदिल इलाके में हमले में एक शख्स की मौत हो गई. यूक्रेन के अलग अलग शहरों में अस्पतालों, स्कूलों और उन इमारतों पर बमबारी की जा रही है जहां लोग शरण ले रहे हैं. बचाव कर्मी एक थिएटर के मलबे में से जीवित लोगों की तलाश कर रहे हैं. मारियुपोल शहर में स्थित इस थिएटर में लोगों ने शरण ली हुई थी.

मेरफा में 21 लोगों की मौत

अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार तड़के रूस के हवाई हमले में मेरफा में 21 लोगों की मौत हो गई और एक स्कूल और एक सामुदायिक केंद्र तबाह हो गए. यह खारकीव के पास स्थित है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि अमेरिकी अधिकारी संभावित युद्ध अपराधों का मूल्यांकन कर रहे हैं और अगर रूस द्वारा नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाने की पुष्टि होती है, तो इसके व्यापक परिणाम होंगे. संयुक्त राष्ट्र की राजनीतिक प्रमुख अवर महासचिव रोज़मेरी डिकार्लो ने आम लोगों के हताहत होने को लेकर जांच की मांग की है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को याद दिलाया है कि अंतरराष्ट्रीय कानून आम नागरिकों पर सीधे हमलों को प्रतिबंधित करता है.

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रूस ने कहा- मारियापुल में थिएटर या कहीं भी बमबारी नहीं की

रूस की सेना ने बुधवार को मारियापुल में थिएटर या कहीं भी बमबारी करने से इनकार किया है. उत्तरी शहर चेरनिहिव के गवर्नर वी चौज़ ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन के एक टीवी चैनल से कहा कि पिछले 24 घंटे में शहर के मुर्दा घर में 53 शवों को लाया गया है. यूक्रेन की आपात सेवा ने कहा कि चेरनिहिव में एक होस्टल पर किए गए हमले में एक दंपति और उनके तीन बच्चों की मौत हो गई जिनमें तीन वर्षीय दो जुड़वां बच्चे भी शामिल हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उसने अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर 43 हमलों का सत्यापन किया है जिनमें 12 लोगों की मौत हुई है और 34 जख्मी हुए हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (ukraine president volodymyr zelenskyy) ने शुक्रवार तड़के वीडियो के माध्यम से राष्ट्र के नाम संदेश में अतिरिक्त सैन्य सहायता के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का आभार जताया. जेलेंस्की ने यह नहीं बताया कि नए पैकेज में क्या चीज़ें शामिल हैं, क्योंकि वह इस बाबत रूस को जानकारी नहीं देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि 24 फरवरी को जब रूस ने हमला किया तो वह यूक्रेन को 2014 वाला देश समझ रहा था तब रूस ने बिना लड़े क्रीमिया क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था और डोनबास क्षेत्र में अलगाववादियों का समर्थन किया था. राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन अपनी सुरक्षा करने में अब उम्मीद से ज्यादा मजबूत हो गया है और रूस को इल्म नहीं था कि यूक्रेन रक्षा के लिए तैयार है.

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वहीं दुनिया के ‘समूह सात’ (दुनिया के सात प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देशों का समूह) ने एक संयुक्त बयान में कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में अकारण और शर्मनाक जंग कर रहे हैं. इसप्ताह यूक्रेन और रूस दोनों ने वार्ता में कुछ प्रगति की सूचना दी.ज़ेलेंस्की ने कहा कि वह यूक्रेन की बातचीत की रणनीति का खुलासा नहीं करेंगे.

Last Updated :Mar 19, 2022, 9:30 AM IST
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